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वकीलों के पास तो सबको आना पड़ता है, 2019 में उतर गये तो अभी के सत्तासीन को भी आना पड़ेगा-बघेल

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को सम्मानित करते हुए अधिवक्ता।

अधिवक्ताओं को मुख्यमंत्री का आश्वासन, घोषणा पत्र के वायदे पूरे होंगे, हो सकता है समय लगे

बिलासपुर, 31 दिसम्बर। जिला अधिवक्ता संघ एवं राज्य विधिज्ञ परिषद् के सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि अधिवक्ताओं से जुड़ी मांगों और समस्याओं पर हमने घोषणा पत्र में जो वायदे किये हैं, उसे अवश्य पूरी करेंगे। हो सकता है इसमें कुछ समय लग जाए।

छत्तीसगढ़ भवन परिसर में अधिवक्ताओं को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सब जिनके साथ अन्याय हुआ है उनको न्याय दिलाने का काम करते हैं। आप सक्षम हैं। मैं समझता हूं वकील और डॉक्टर दो ऐसे लोग हैं,  जिनके पास कोई न गया हो ऐसा हो ही नहीं सकता। इनके पास जाना ही होता है, चाहे वह सामान्य हो, चाहे वह पूर्व प्रधानमंत्री हो जाना ही पड़ता है। अभी भी जो सत्तासीन हैं, जो 2019 में उतर गये तो उनको भी आपके पास आना पड़ेगा। वकीलों का समाज में हमेशा महत्वपूर्ण स्थान रहा है। स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका रही है।

बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में एक नये युग की शुरूआत हुई है और हम सबको मिलकर छत्तीसगढ़ का नव निर्माण करना है। जो कमजोर हैं उन्हें राह दिखाने का काम हम सबको करना है। मैं समझता हूं कि आप अपने हित की बात कर रहे हैं, जब सबके हित की बात करेंगे तो आपके हित की बात हो जायेगी। जो बातें घोषणा पत्र में की है उसे हम पूरा करेंगे। हो सकता है कुछ समय लग जाये। आपकी मांगें तो पूरी होनी ही है। जिन समस्याओं को आप सब बतायेंगे उसको मिलकर हल भी करेंगे। नव वर्ष की बधाई।

इस कार्यक्रम में नव नियुक्त महाधिवक्ता कनक तिवारी भी उपस्थित थे, जिन्होंने बघेल से कहा कि वे एक ही वाक्य कहना चाहते हैं कि उनके कार्यालय का स्वरूप पूरी तरह से अलग होगा। बार कौंसिल के प्रभाकर चंदेल और जिला अधिवक्ता संघ के सुरेश गौतम सहित अन्य पदाधिकारियों ने बघेल के समक्ष अपनी मांगें रखीं।  इस मौके पर नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव डहरिया, विधायक शैलेष पांडेय व रश्मि सिंह ठाकुर, नेशनल बार कौंसिल के प्रतिनिधि शैलेन्द्र दुबे आदि उपस्थित थे।

 

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