बिलासपुर। गुरु घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय ने पांच शोधार्थियों को पीएचडी उपाधि प्रदान करने का पात्र घोषित किया गया है।

इनमें स्वाहा सतपथी द्वारा प्रस्तुत शोध प्रबंध- ‘एप्रोचेस फॉर एक्सप्लोरिंग सम मेडिसिनल प्लांट (स) फॉर मैनेजमेंट ऑफ पोस्टमेनोपौसल सिंड्रोम विथ स्पेशल रेफरेन्स टू पोस्टमेनोपौसल ओस्टोपोरोसिस’ शामिल है। इनके शोध निर्देशक डॉ. भारती अहिरवार, सह-प्राध्यापक फार्मेसी विभाग हैं।

इसी प्रकार प्रतिभा राय के द्वारा प्रस्तुत शोध प्रबंध ‘इम्पैक्ट ऑफ प्रमोशनल स्ट्रेटेजिस ऑन शॉपिंग बिहेवियर विथ स्पेशल रिफ्रेन्स टू आर्गनाइस्ड रिटेल सेक्टर इन छत्तीसगढ़’ को पीएचडी के लिए चुना गया। इन्होंने प्रबंध अध्ययन विभाग के वरिष्ठ सहायक प्राध्यापक डॉ. बी. बी. पांडेय के निर्देशन में शोध प्रबंध पूरा किया । शोधार्थी शालिनी मेनोन के शोध प्रबंध का शीर्षक ‘हेल्थ रिेलेटेड क्वालिटी ऑफ लाइफ एण्ड ओबेसिटी इंडीकेटर्स इन फिजिकली एक्टिव एण्ड इनएक्टिव पेरिमेनोपौसाल एण्ड पोस्ट मेनोपौसाल वूमेन: ए कम्पेरेटिव स्टडी’ को भी शोध उपाधि प्रदान की गई है। इन्होंने शारीरिक शिक्षण विभाग के प्रो. बिशन सिंह राठौड़ के निर्देशन में अपना शोध पूरा किया है। नसीमा बेगम अंसारी के शोध प्रबंध ‘छत्तीसगढ़ में रेशम उद्योग के उत्पादन एवं हितग्राहियों की आय संरचना का विश्लेषणात्मक अध्ययन (कोरिया एवं जांजगीर जिले के विशेष सदंर्भ में)’ को भी पीएचडी उपाधि देने का निर्णय लिया है।  ज्ञानेश कुमार के द्वारा प्रस्तुत शोध प्रबंध ‘छत्तीसगढ़ में अंत्योदय अन्न योजना का मूल्यांकन’ को पीएचडी उपाधि का पात्र पाया गया है। शोधार्थी नसीमा और ज्ञानेश ने अर्थशास्त्र विभाग की आचार्य डॉ. मनीषा दुबे के निर्देशन में शोध पूरा किया है।

 

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