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बलरामपुर जिले में बड़े थाने का 5, छोटे का 3 और चौकी का 2 लाख रुपये रेट चल रहा -बृहस्पत

बलरामपुर-रामानुजगंज कलेक्टर को विधायक बृहस्पत सिंह ने ज्ञापन सौंपा।

कांग्रेस विधायक ने एसपी को बर्खास्त करने की मांग पर सीएम के नाम सौंपा ज्ञापन

बलरामपुर (सरगुजा)। बीते तीन दिनों से पुलिस के खिलाफ सड़क पर उतर कर आंदोलन कर रहे सत्तारूढ़ दल कांग्रेस के विधायक बृहस्पत सिंह ने एसपी पर अवैध उगाही कराने का आरोप लगाया है।

पुलिस के खिलाफ बलरामपुर बंद के दौरान उन्होंने सभा में कहा कि यहां की पुलिस मार खाने और मारने वाले दोनों से पैसा वसूल करती है और फिर उसी हिसाब से थाने में धारा दर्ज की जाती है। पूरे जिले में थानों में प्रभार देने का का रेट तय कर दिया गया है। बड़े थाने में पोस्टिंग के लिए पांच तथा छोटे के लिए 3 लाख रुपए महीना रेट चल रहा है। पुलिस चौकी दो लाख रुपए में बेची जा रही है। एक सब इंस्पेक्टर का नाम लेकर उन्होंने कहा कि वह हर महीने 5 लाख रुपए वसूल कर एसपी को देता है। विधायक ने पुलिस पर वसूली के और भी कई आरोप लगाया।

उन्होंने 2 आईएएस अफसरों का भी नाम लिया और कहा कि अतिक्रमण हटाने के नाम पर इन्होंने मनमाने ढंग से तोड़फोड़ का काम किया था। इसके खिलाफ भी आंदोलन किया गया था।

विधायक बृहस्पत सिंह ने मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर विजय दयाराम को ज्ञापन सौंपा है। इसमें मांग की गई है कि 15 फरवरी को हुई मारपीट के मामले में दोषी लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाए। पीड़ितों के खिलाफ दर्ज किया गया काउंटर अपराध शून्य किया जाए और इन पर अपराध दर्ज करने वाले थाना प्रभारी को निलंबित करें। साथ ही उन्होंने पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग को बलरामपुर से हटाकर बर्खास्त करने की मांग की है।

ज्ञात हो एक आरोपी अमित सिंह और अंबिकापुर से आए उसके कई साथियों ने पटवारी हामिद रजा और उनका बीच बचाव करने वालों के साथ लाठी-डंडों से मारपीट की थी। पुलिस ने जब मामले में दोनों पक्षों पर अपराध दर्ज किया तो 16 फरवरी को एसपी को बर्खास्त करने की मांग को लेकर विधायक बृहस्पत सिंह नेशनल हाईवे पर धरना देकर बैठ गए थे। कल 17 फरवरी को इसी मामले में बलरामपुर बंद रखा गया था। पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग को दंगाई बताते हुए शहर में पोस्टर भी चिपकाए गए थे। विधायक ने उन्हें तुरंत बर्खास्त करने की मांग उठाई है।

इस बारे में पुलिस अधीक्षक गर्ग का कहना है कि मारपीट के मामले में पूरी कार्रवाई नियमानुसार हुई है। विधायक के आरोपों पर उन्होंने टिप्पणी करने से इंकार कर दिया।

इधर पुलिस ने जिन 8 लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज किया है, उन सभी को रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।

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