बचा काम जल्द पूरा कर नगर-निगम को प्रोजेक्ट हैंडओवर करने का निर्देश, रायपुर में विधायक शैलेष पांडेय की पहल पर रखी गई थी बैठक

बिलासपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चेतावनी दी है कि बिलासपुर की अंडरग्राउन्ड सीवरेज परियोजना यदि फेल होती है तो जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने परियोजना को जल्द पूरा करने और हाइड्रोलिक टेस्ट कराने के बाद संचालन के लिए नगर-निगम को हैडओवर करने का निर्देश दिया है।

विधायक शैलेष पांडेय की पहल पर सीवरेज परियोजना की लेट-लतीफी को लेकर शुक्रवार को मुख्यमंत्री ने एक समीक्षा बैठक शुक्रवार को रायपुर में रखी। इसमें विधायक धर्मजीत सिंह, रश्मि सिंह, रजनीश सिंह, मेयर किशोर राय सहित नगरीय प्रशासन विभाग के अधिकारी भी उपस्थित थे। इसके पहले नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया ने बैठक ली।

बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि सीवरेज का कार्य जल्द से जल्द पूरा कर पूरी परियोजना का हाइड्रोलिक टेस्टिंग की जाए। टेस्टिंग के बाद परियोजना को संचालन के लिए नगर-निगम को हैंडओवर कर दिया जाये । उन्होंने सीवरेज से जुड़े अफसरों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि योजना का संचालन सुचारू रूप से होना चाहिए। यदि योजना फेल होती है तो पूरे मामले की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी ।

इससे पहले मुख्यमंत्री ने योजना की लेटलतीफी पर नाराजगी जताते हुए अफसरों से पूछा कि क्यों दो साल में पूरी होने वाली योजना को 11 साल लग गए, लेकिन अब तक पूरी नहीं हो पाई है। इसके साथ ही रेत की जगह मिट्टी की फिलिंग पर भी मुख्यमंत्री ने सवाल पूछा। मुख्यमंत्री ने सीवरेज से कितनी मौतें हुई, यह भी जानना चाहा । अधिकारियों ने स्वीकार किया कि योजना की शुरूआत में प्लानिंग और डीपीआर में गलती हुई थी, जिसे बाद में सुधारा गया ।

मुख्यमंत्री के बैठक लेने से पहले विभागीय मंत्री शिव डहरिया ने योजना को लेकर विधायक, महापौर और अफसरों के साथ समीक्षा बैठक ली।  इस बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने बैठक ली ।

बता दें कि गुरुवार को छत्तीसगढ़ विधानसभा में बिलासपुर विधायक शैलेश पांडेय ने सीवरेज परियोजना का मुद्दा उठाया था। उन्होंने तत्कालीन सरकार के मंत्री, अफसर और परियोजना से जुड़े अधिकारियों पर आरोप लगाया था। सदन में एक दिन पहले यानी गुरुवार को स्काई वॉक और सीवरेज प्रोजेक्ट के मुद्दा उठने के बाद इस प्रोजेक्ट को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज निगम समेत परियोजना से सम्बंधित अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की बैठक लेने की घोषणा की थी ।

बैठक में कांग्रेस विधायक शैलेश पांडेय ने सदन को बताया कि 2 साल में पूरी होने वाली परियोजना 11 साल में पूरी नहीं हो सकी है। 295 करोड़ की परियोजना 433 करोड़ की परियोजना बन चुकी है । 113 करोड़ रुपये की राशि अतिरिक्त राशि दी गई, फिर भी अब तक काम पूरा नहीं हुआ । बैठक में बिलासपुर नगर निगम आयुक्त प्रभाकर पांडेय, योजना से जुड़े अफसर, पार्षद शैलेन्द्र जायसवाल समेत कई जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

 

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here