बिलासपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज ताला महोत्सव का उद्घाटन करते हुए कहा कि आसपास के जिलों के पर्यटन केन्द्रों को एक सर्किल में जोड़कर विकसित किया जायेगा।

बघेल आज यहां ग्राम ताला में आयोजित ताला महोत्सव में शामिल हुए। उन्होंने पांचवी शताब्दी के देवरानी-जेठानी मंदिर में भगवान रूद्रशिव की पूजा अर्चना की।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पहली बार ताला महोत्सव में सम्मिलित होकर बहुत अच्छा लगा। ताला में पुरातात्विक महत्व की भगवान की मूर्तियां आस्था के साथ- साथ छत्तीसगढ़ की समृद्ध विरासत है। छत्तीसगढ़ सरकार  पर्यटन केन्द्रों को एक सर्किल के रूप में विकसित करने पर विचार कर रही है। आस-पास के जिलों के पर्यटन केन्द्रों को एक ही सर्किल में जोड़कर उनका प्रचार प्रसार करेंगे और उन्हें विकसित करेंगे।

बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने किसानों के चेहरे पर मुस्कान लाने का काम किया है। किसानों का 10 हजार करोड़ का कर्जा माफ किया गया है। छत्तीसगढ़ देश का एकमात्र राज्य है जहां किसानों से 25 सौ रुपये में धान खरीदी होती है। नरवा, गरुवा, घुरवा और बाड़ी पर कार्य करके छत्तीसगढ़ राज्य को समृद्ध करने का संकल्प लिया गया है। बघेल ने कहा कि 1 मार्च से सरकार ने बिजली का बिल आधा कर दिया है।

बघेल ने शराबबंदी परकहा कि एक झटके में शराब बंदी से कई प्रकार की हानि हो सकती है। इसलिये सरकार धीरे-धीरे शराबबंदी की ओर बढ़ रही है। शराब एक सामाजिक बुराई है, जिसे सभी लोगों को जागरूक करके ही खत्म किया जा सकता है। बघेल ने पशुधन विभाग द्वारा नरवा, गरुवा,घुरवा और बाड़ी पर बनाये गये मॉडल अवलोकन भी किया।

बघेल आज सरकंडा स्थित कुर्मी छात्रावास परिसर में कुर्मी समाज के सम्मेलन में शामिल हुए। सम्मेलन में बघेल ने कहा कि खूबचंद बघेल, चंदूलाल चंद्राकर एवं अन्य कुर्मी समाज के लोगों ने छत्तीसगढ़ निर्माण के लिये बहुत संघर्ष किया था। उनका सपना था कि छत्तीसगढ़ एक समृद्धशाली राज्य बने। हमारी सरकार उनके सपने को साकार करने के लिये गांव, गरीब, किसान और प्रत्येक आम नागरिक की बेहतरी के लिये कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य को आगे बढ़ाना है तो प्रत्येक समाज को शिक्षा के प्रति जागरूक होना होगा। सरकार घोषणा पत्र की प्रत्येक बातों को पूरा करने और छत्तीसगढ़ को समृद्ध बनाने के लिये संकल्पित है।
लिंगियाडीह में आयोजित मछुआरा संभागीय सम्मेलन में उन्होंने शिरोमणि गुहा निषाद और माता बिलासा केंवटीन के चित्र पर दीप प्रज्वलित कर माल्यार्पण किया। उन्होंने कहा कि राज्य निर्माण में मछुआरा समाज का भी बड़ा योगदान है। उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकेगा। उन्होंने कहा कि मछुआरा के उत्थान के लिये मछुआ नीति बनाने पर विचार किया जा रहा है। कार्यक्रम में समाज के अध्यक्ष राजेन्द्र धीवर, समाज के ही रामनारायण आदित्य, पूर्व विधायक दिलीप लहरिया सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, नागरिक उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री के कार्यक्रमों में राज्यसभा सांसद छाया वर्मा, बिलासपुर विधायक
शैलेष पांडे, तखतपुर विधायक रश्मि आशीष सिंह, मनेन्द्रगढ़ के विधायक डॉ. विनय जायसवाल, महासमुंद विधायक विनोद चंद्राकर, राज्यसभा के पूर्व सांसद रामाधर कश्यप, पूर्व विधायक बैजनाथ चंद्राकर, दिलीप लहरिया, सियाराम कौशिक,  अटल श्रीवास्तव,   विजय केशरवानी,  रमेश कौशिक,  सत्येंद्र कौशिक आदि उपस्थित थे।

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