16 नवम्बर को होगा आयोजन, वेशभूषा और उपाधि पत्र के लिए शुल्क की सूची जारी

गुरु घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय के रजत जयंती सभागार में 16 नवंबर को सातवें दीक्षांत समारोह का आयोजन किया जाएगा, जिसकी तैयारियां शुरू हो गई हैं।

इस दीक्षांत सामारोह में 69 छात्रों को विश्वविद्यालय पदक, पांच छात्रों को दानदाता स्वर्ण पदक व एक छात्र को घासीदास पदक से सम्मानित किया जाएगा। वहीं शैक्षणिक सत्र 2017-18 में 66 विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक एवं 05 दानदाता स्वर्ण पदक से विद्यार्थी सम्मानित होंगे।

शैक्षणिक सत्र 2016-17 में दानदाता पदक व गुरु घासीदास पदक की सूची इस प्रकार हैः-
  1. राखी नंदी, एम.एससी. वानिकी, स्वर्गीय लक्ष्मी देवी फकीर चंद अग्रवाल स्मृति पदक।
  2.  नमो नारायण मिश्रा, एम.एससी.वानिकी, स्वर्गीय श्री विनोद कुमार श्रीवास्तव स्मृति पदक।
  3.  मानस मंडल, एम.एससी.गणित, स्वर्गीय किशोरी देवी स्वर्गीय मुरलीधर पटेरिया स्मृति पदक।
  4. अनुश्री केशरवानी, एमबीए, स्वर्गीय सुमित्रा देवी स्वर्गीय डमरू लाल पटेरिया स्मृति पदक।
  5. हरीश चंद गेंडरे, एमसीए, स्वर्गीय शारदा- प्रोफेसर मनोरंजन प्रसाद सिन्हा स्मृति पदक।
  6. विजय यादव, एम.टेक. केमिकल इंजीनियर, गुरु घासीदास पदक।
शैक्षणिक सत्र 2017-18 में दानदाता पदक की सूचीः-
  1. दामिनी शर्मा, एम.एससी. वानिकी, स्वर्गीय लक्ष्मी देवी फकीर चंद अग्रवाल स्मृति पदक।
  2. 2.दामिनी शर्मा, एम.एससी. वानिकी, स्वर्गीय विनोद कुमार श्रीवास्तव स्मृति पदक।
  3. आकांक्षा सिंह, एम.एससी.गणित, स्वर्गीय किशोरी देवी स्वर्गीय मुरलीधर पटेरिया स्मृति पदक।
  4. पुष्पलता देवांगन, एमबीए, स्वर्गीय सुमित्रा देवी डमरू लाल पटेरिया स्मृति पदक।
  5. तरूण जायसवाल, एमसीए, स्वर्गीय शारदा- प्रोफेसर मनोरंजन प्रसाद सिन्हा स्मृति पदक।

विश्वविद्यालय की ओर से बताया गया है कि दीक्षांत समारोह की वेशभूषा 29 अक्टूबर से 6 नवंबर तक सहायक, उप-कुलसचिव के कार्यालय से प्राप्त की जा सकती है। शोध छात्रों को 1500 रूपए वेशभूषा शुल्क व राशि 200 रूपए उपाधि शुल्क के रूप में जमा करना अनिवार्य है। स्वर्ण पदक प्राप्तकर्ता छात्र-छात्राओं को केवल वेशभूषा के लिए 1500 जमा करना होगा। वेषभूषा का शुल्क वापसी योग्य होगा। दीक्षांत समारोह के बाद दीक्षांत वेशभूषा को सहायक, उप-कुलसचिव के कार्यालय में उसी दिन समय पर  जमा करना होगा। इसी दिन जमा नहीं करने पर 100 प्रतिदिन के हिसाब से विलंब शुल्क देना होगा। दीक्षांत की तैयारियों व व्यवस्था के लिए विभिन्न समितियों के मध्य समन्वयन व कार्य संचालन के लिए प्रोफेसर ए.एस. रणदिवे, संयोजक व एच.एन. चौबे, सह-संयोजक बनाये गए हैं। समारोह के संचालन के लिए विश्वविद्यालय में विभिन्न समितियां बनाई गई हैं।

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