विद्यार्थी अनंग को नेत्रहीनों के लिए बनाये चश्मे के मॉडल पर मिली जीत

बिलासपुर। ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी एसोसिएशन (एआईयू)  के सेंट्रल जोन के स्टूडेन्ट्स रिचर्स कनवेंशन, अनवेषण 2018-19 में डॉ.सी.वी.रामन् विश्वविद्यालय के विद्यार्थी ने प्रथम पुरस्कार जीता है। यह पुरस्कार गौगल फॉर ब्लाइंड के मॉडल पर जीता गया है। दृष्टिबाधित व्यक्ति इसकी मदद से आसानी से चल सकेगा और वह अपने कमर के ऊपर की बाधा को भी महसूस कर सकेगा। यह आयोजन कलिंगा यूनिवर्सिटी,रायपुर में आयोजित किया गया था,जिसमें 45 विश्वविद्यालयों ने भाग लिया।

सीवीआरयू के कुलसचिव गौरव शुक्ला ने बताया विवि संगठन एआईयू द्वारा हर वर्ष यह स्टूडेंस रिचर्स कनवेंशन आयोजित किया जाता हैं। इसमें देश के सेट्रल जोन के  के सभी 110 विवि सदस्य है। इनमें विद्यार्थी शामिल होते हैं। इस बार सेंट्रल जोन स्टूडेंट्स रिचर्स कनवेंशन, कलिंगा विवि रायपुर में आयोजित किया गया था। इसमें सीवीआरयू ने भी भाग लिया था। इसमें इंजीनियरिंग छात्र अनंग तादर ने इंजीनियरिंग टैक्नालॉजी में प्रथम पुरस्कार जीत कर विश्वविद्यालय का गौरव बढ़ाया है। छात्र ने यह पुरस्कार गौगल फॉर ब्लाइंड के मॉडल पर जीता है,जिससे दृष्टिबाधित व्यक्ति द्वारा उपयोग किया जा सकेगा और वह इसकी मदद से आसानी से चल सकेगा। इसकी सहायता से दृष्टिबाधित व्यक्ति कमर के ऊपर के खतरे को भी भांप सकेगा। छात्र तादर  इसके अलावा और भी प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं, जो जल्द ही सामने आएंगे। कन्वेशन में केमेस्ट्री और इलेक्ट्रिकल विभाग भी अनवेषण 2018-19 में शामिल हुए हैं,जिनके मॉडल को भी सभी ने सराहा । इस उपलब्धि पर विश्वविद्यालय परिवार में हर्ष है। विवि के सम कुलपति प्रो.पी.के.नायक, प्राचार्य प्रो.मनीष उपाध्याय ने सभी को शुभकामनाएं दी।

इस उपलब्धि पर सीवीआरयू के कुलपति प्रो.आर.पी.दुबे ने कहा कि शोध को स्नातक स्तर पर भी अनिवार्य किया जाना चाहिए। किसी भी देश का विकास वहां के शोध पर निर्भर करता है। इसका उदाहरण इजराइल और चाइना जैसे देश हैं, जिन्होंने अपने स्थानीय शोध का दुनिया में लोहा मनवाया है। प्रो.दुबे ने कहा कि एआईयू की यह अभिनव पहल है कि शोध का इस तरह से शामिल किया जा रहा है। इसके पूर्व सेंट्रल जोन के स्टूडेंस रिचर्स कनवेंशन की मेजबानी का अवसर सीवीआरयू का प्राप्त हुआ था।

 

 

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