Home अपडेट कश्मीर से कन्याकुमारी तक सीवीआरयू देगा पर्यावरण संरक्षण का संदेश

कश्मीर से कन्याकुमारी तक सीवीआरयू देगा पर्यावरण संरक्षण का संदेश

कश्मीर से कन्याकुमारी साइकिल यात्रा करेंगे संतोष कुमार।

3 जून को विश्व साइकिल दिवस को कश्मीर से प्रारंभ होगी छात्र संतोष कुमार की साइकिल यात्रा

बिलासपुर। डॉक्टर सी वी रमन विश्वविद्यालय कन्याकुमारी तक लोगों को पर्यावरण संरक्षण और मिशन लाइव का संदेश देगा। इसके लिए विश्वविद्यालय के बीएससी के छात्र संतोष कुमार ने साइकिल यात्रा करने का बीड़ा उठाया है। इसके पूर्व भी छात्र ने बिलासपुर से नेपाल की यात्रा कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया था। हाल में ही छात्र ने नशा मुक्ति के लिए 13 मार्च से यात्रा प्रारंभ कर छत्तीसगढ़ के 33 जिलों मे नशा मुक्ति का संदेश दिया था।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव गौरव शुक्ला ने बताया कि पर्यावरण प्रदूषण एक वैश्विक संकट है। इसके लिए भारत ही नहीं पूरे विश्व को सजग होना होगा। इसलिए विश्वविद्यालय के छात्र ने पूरे भारत को एक संदेश देने के लिए कश्मीर से कन्याकुमारी तक साईकिल यात्रा करने का निर्णय लिया है। यह पूरे विश्वविद्यालय के लिए गौरव की बात है। मिशन लाइव बिना प्रदूषण फैलाए जीवन जीने की शैली है, इस बारे में भी छात्र लोगों को जागरूक करेगा। यह यात्रा 30 मई को डॉक्टर सी वी रमन विश्वविद्यालय करगी रोड कोटा से प्रारंभ हुई है, जिसे कुलपति प्रो. रवि प्रकाश दुबे हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह यात्रा लगभग 4000 किलोमीटर की होगी। इसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। कुल सचिव ने बताया कि विश्वविद्यालय में भी पर्यावरण संरक्षण पर कार्य किया जा रहा है। परिसर में बैटरी कार ही उपयोग होती है, ताकि हम अपने पूरे कैंपस को पर्यावरण संरक्षण के लिए एक मिसाल के रूप में स्थापित करें।
यह पहला अवसर नहीं है, जब हम किसी यात्रा के माध्यम से विश्वविद्यालय जागरूकता का संदेश दे रहा है। आईटी यात्रा कौशल विकास यात्रा से भी लोगों को जागरूक किया जाता है। लोगों को पुस्तक पढ़ने के प्रति रुचि जागृत करने के लिए पुस्तक यात्रा निकाली जाती है। विश्वरंग कार्यक्रम के तहत विश्वविद्यालय द्वारा प्रतिवर्ष पुस्तक यात्रा निकाली जाती है। बीते साल इस महामहिम राज्यपाल अनुसुइया उइके ने राजभवन से पुस्तक यात्रा को हरी झंडी दिखाई थी, साथ ही बिलासपुर में विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने विश्वविद्यालय से इसे हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। दो स्थानों से निकलकर यह यात्रा पूरे प्रदेश में भ्रमण करती हुई वापस विश्वविद्यालय में समाप्त हुई थी।

NO COMMENTS