देवकीनंदन दीक्षित सभा भवन व लाल बहादुर शास्त्री स्कूल प्रांगण रविवार के दिन छत्तीसगढ़ की संस्कृति, रीति-रिवाज और सांस्कृतिक वैभव का साक्षी बना। कार्यक्रम में 15 से अधिक स्कूलों के बच्चों ने छत्तीसगढ़ी गीत-संगीत से ओतप्रोत पारम्परिक नृत्य के कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी।

यह छत्तीसगढ़ मेला छत्तीसगढ़ के मूल वैभव, आध्यात्मिकता और लोक संस्कृति को प्रदर्शित करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था। एक ही परिसर में छत्तीसगढ़ी व्यंजन, परिधान, लोगरंग और बोलियों का लोगों ने आनंद उठाया।

कार्यक्रम के संयोजक भुवन वर्मा व जेठू साहू ने बताया कि इस आयोजन के माध्यम से लोग छत्तीसगढ़ की विशेषताओं को और नजदीक से जान सके। मेले में दिनभर आगंतुक पहुंचे तथा खचाखच भरे पं. दीक्षित सभा भवन में लोगों ने लोक गायक हिलेन्द्र ठाकुर व अन्य कलाकारों के सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का आनंद उठाया।

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