मायावती से गठबंधन को बताया अजूबा, कहा- चुनाव जीतने के लिए किया अजीबोगरीब तालमेल

मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज मरवाही विधानसभा के कोटमी में अजीत जोगी और मायावती के बीच हुए चुनावी गठबंधन का जमकर मजाक उड़ाया। उन्होंने छत्तीसगढ़ी में कहा कि लोग चुनाव जीतने के लिए कैसे-कैसे गठबंधन कर  लेते हैं। यह अजूबा छत्तीसगढ़ में ही देखने को मिलेगा। हल को तो बैल ही चला सकता है, पर यहां हाथी को हल चलाने का काम दे दिया गया है। हाथी जब हल चलाएगा तो खेती नहीं होगी, वह खेत को रौंद डालेगा।

मुख्यमंत्री डॉ. सिंह अटल विकास यात्रा के तहत आज पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के इलाके मरवाही के कोटमी थे। उन्होंने हाईस्कूल मैदान में एक आमसभा को सम्बोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने देखा है कि खेत जोतने के लिए हल में बैल को बांधा जाता है। पर यहां तो हाथी को बांध दिया गया है। उन्होंने जनसमूह से पूछा कि क्या आप चाहेंगे कि आपका खेत हाथी रौंद डाले?  चुनाव जीतने के लिए लोग अजीबोगरीब तालमेल और चुनावी गठबंधन कर डालते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आप लोगों ने लगातार एक को इस आशा से चुना कि वह विकास लेकर आएंगे, लेकिन वास्तविकता यह है कि साफ नीयत और अटल इरादे के साथ भाजपा की सरकार ही काम करती है। एक बार आप मरवाही से भाजपा का विधायक दें और देखें कि विकास की ऊंचाईयां क्या होती है। विकास तब होता है, जब कमल खिलाता है।

उन्होंने भाषण की शुरूआत ही भाजपा को वोट देकर मरवाही से पार्टी का विधायक चुनने की अपील से की।

कोटमी में मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने 132 करोड़ रुपए के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण व भूमिपूजन किया। इनमें पेंड्रा बाइपास सड़क तथा सिवनी से मरवाही मार्ग का चौड़ीकरण शामिल है। मुख्यमंत्री ने विभिन्न शासकीय योजनाओं से लाभान्वित हितग्राहियों को सामग्री व राशि का चेक वितरित किया।

मुख्यमंत्री ने आयुष्मान योजना, सौभाग्य योजना, सहज बिजली योजना, स्वास्थ्य बीमा योजना, एक रुपए-दो रुपए किलो चावल योजना, तेंदूपत्ता बोनस, धान समर्थन मूल्य तथा बोनस आदि का उल्लेख करते हुए कहा कि कांग्रेस ने हमेशा गरीबों की बात की लेकिन गरीबों के लिए काम नहीं किया। बीते 15 सालों से छत्तीसगढ़ के गरीबों ने देखा कि विकास क्या होता है।

कार्यक्रम में नगरीय प्रशासन मंत्री अमर अग्रवाल ने अपने उद्बोधन में अटल दृष्टि पत्र के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि सन् 2025 तक मुख्यमंत्री ने प्रदेश का सकल घरेलू उत्पाद दोगुना करने का लक्ष्य रखा है। राज्य बनने के समय छत्तीसगढ़ का बजट दो हजार करोड़ का था जो बढ़कर अब 90 हजार करोड़ हो गया है। प्रति व्यक्ति आय भी आठ हजार रुपये से बढ़कर 90 हजार रुपये तक पहुंच चुकी है।

इससे पहले कलेक्टर पी. दयानंद ने मरवाही में हुए विकास कार्यों और विभिन्न योजनाओं की मरवाही क्षेत्र में हुई प्रगति का ब्योरा दिया।

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