बिलासपुर। माघ पूर्णिमा के अवसर पर तखतपुर मार्ग पर काठाकोनी से 6 किलोमीटर दूर सागर के विशाल सागर तालाब के पास भी मेले लगने जा रहा है। मान्यता है कि इस तालाब के पानी में औषधीय गुण है और यहां नहाने से चर्म रोग की व्याधि दूर होती है। 19 फरवरी की सुबह महाआरती के साथ यहां मेला शुरू होगा।

सागर तालाब 40 एकड़ में फैला है और 24 एकड़ में जल भराव होता है। ग्राम पंचायत सागर इस तालाब के कारण प्रसिद्ध है। प्रतिवर्ष माघ पूर्णिमा को सागर तालाब की महा आरती के साथ मेला प्रारंभ होता है। इस तालाब मैं नहाने और मेले में शामिल होने आसपास के क्षेत्र वासी और व्यापारी शामिल होने आते हैं ।सागर तालाब के चारों ओर विभिन्न समाज के लोगों ने जन सहयोग से मंदिरों का निर्माण कराया है और तालाब के आसपास धार्मिक आयोजन नियमित रूप से चलते हैं। छत्तीसगढ़ शासन ने सागर तालाब को सरोवर हमारी धरोहर योजना में शामिल किया है ।प्रारंभ में स्वर्गीय वेद प्रसाद पांडे ने तालाब की महिमा और विकास के लिए योगदान दिया। अब भी निरंतर सागर तालाब के विकास एवं सुंदरीकरण के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। धीरे धीरे तालाब का किनारा और मेले की भव्यता बढ़ती जा रही है। वर्तमान में ग्राम पंचायत सागर के पदाधिकारी एवं गांव के प्रमुख इस आयोजन की तैयारी कर रहे हैं। 19 फरवरी को माघ पूर्णिमा के दिन सुबह 9 बजे समस्त ग्रामवासी एवं आमंत्रित अतिथियों द्वारा सागर तालाब जिसे माँ सागर अंबा भी कहते हैं की महाआरती की जाएगी। इस महाआरती में बड़ी संख्या में महिलाएं पुरुष शामिल होकर पूजा अर्चना करेंगे। आयोजन के प्रमुख सुरेश पांडे, महेंद्र तिवारी, दिनेश पांडे एवं ग्रामवासी तैयारियों में जुटे हुए हैं।

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