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उद्योगों में लाखों टेक्नीशियन पद रिक्त लेकिन भर्ती नहीं की जा रही, प्रदेश भर के आईटीआई आप्रेन्टिस का सम्मेलन 19 को

आटीआई अप्रेंटिस संघ के पदाधिकारी।

बिलासपुर। आईटीआई आप्रेन्टिस संघ ने प्रदेश में स्थापित सरकारी उद्यमों,  सार्वजनिक व निजी उद्योगों में नौकरी दिलाने की मांग पर 19 नवंबर को नेहरू चौक में  सम्मेलन करने का निर्णय लिया है।

छत्तीसगढ़ आईटीआई आप्रेन्टिस संघ के अध्यक्ष सुशील कुमार निर्मलकर ने बताया कि इस सम्मेलन में आईटीआई आप्रेंटिस, पोलिटेक्निक, इंजीनियरिंग व अन्य टेक्निकल उपाधिधारक शामिल होंगे। दोपहर 12 बजे से सम्मेलन शाम चार बजे तक चलेगा, जिसके बाद राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, केन्द्रीय मंत्रियों, राज्यपाल व मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टोरेट में ज्ञापन सौंपा जायेगा।

संघ की ओर से बताया गया है कि राज्य व केन्द्र सरकार द्वारा बड़ी संख्या में उद्योग चल रहे हैं और नये उद्योग भी स्थापित होने वाले हैं। केन्द्र व राज्य की संस्थानों में दो लाख से अधिक लोग रिटायर्ड हो चुके हैं। लम्बे समय से सरकारी, अर्ध शासकीय, निजी संस्थानों और उद्योगों में कोई नई भर्ती नहीं की जा रही है, जबकि भिलाई स्टील प्लांट में लगभग 50 हजार, एसईसीएल में एक लाख, एनटीपीसी में पांच हजार, एनएमडीसी व बालको में आठ-आठ हजार, बिलासपुर रेलवे जोन में 60 हजार, राज्य पावर जनरेशन सीएसईबी में 10 हजार, सीएसईबी डिस्ट्रिब्यूशन में 20 हजार टेक्निकल स्टाफ रिटायर हो चुके हैं। नगरनार स्टील प्लांट, लारा एनटीपीसी, सीपत एनटीपीसी व एनएमपीसीएल भिलाई में 30 से 40 हजार लोगों की भर्ती होनी है। इसके अलावा चीनी मिलों में भी नये टेक्निकल की भर्ती की जानी है। निजी उद्योग जिंदल, प्रकाश स्पंज, मोनेट स्टील, नोवा स्टील, निको स्टील, हीरा ग्रुप व दर्जनों अन्य स्टील प्लांट प्रदेश में स्थापित हैं। इसी तरह सेंचुरी, लाफार्ज, जामुल, अमबुजा, नुओको, मामी, श्री सीमेंट, अल्ट्राटेक, ग्रासीम आदि 15 सीमेन्ट प्लांट हैं। छत्तीसगढ़ में एस के लैंको, वन्दना, अथेना, अवंथा, आरकेएम, डीवी पावर, एसीबी- जीटीपी, जीएमआर, प्रकाश पावर प्लांट, जिंदल पावर प्लांट आदि स्थापित हैं। इसके अलावा निजी कोयला खदान, बाक्साइट तथा लौह अयस्क की खदानें हैं। इनमें बिरला कम्पनी का बाक्साइट और लोहा खदान, अडानी का कोयला खदान, बैलाडीला का लौह अयस्क, बालको का बाक्साइट खदान, कोयला खदान अदानी जिंदल की कोयला खदानें शामिल हैं। इसके अलावा सैकड़ों की संख्या में निजी कोलवाशरी स्थापित हैं। इनमें लाखों पद रिक्त हैं। रिक्त पदों पर स्थानीय टेक्निकलों की भर्ती न कर बाहरी लोगों की भर्ती की जा रही है।

प्रदेश अध्यक्ष निर्मलकर ने राज्य व केन्द्र सरकार से आईटीआई, पोलिटेक्निक, इंजीनियरिंग व अन्य स्थानीय टेक्निकलों की भर्ती छत्तीसगढ़ के औद्योगिक संस्थानों में करने की मांग की है।

 

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