Home अपडेट यूएस की नई डिजिटल फिंगरप्रिंट मशीन पलक झपकते ही अपराधियों की कुंडली...

यूएस की नई डिजिटल फिंगरप्रिंट मशीन पलक झपकते ही अपराधियों की कुंडली दिखा देगी (वीडियो)

बिलासपुर रेंज की पुलिस ने नई डिजिटल फिंगर-प्रिंट मशीन का इस्तेमाल करना सीखा।

प्रदेश के सभी थानों में होगा उपलब्ध

बिलासपुर यूनिवर्सिटी परिसर में दो दिवसीय फिंगरप्रिंट कार्यशाला का आज समापन हो गया। कार्यशाला में दूसरे दिन बताया गया कि सभी थानों में अमेरिका में बनी अत्याधुनिक फिंगरप्रिंट मशीन लगने से लाइव स्कैनिंग सिस्टम के द्वारा देश के अंदर और बाहर के अपराधियों की जांच किसी भी थाने से की जा सकेगी। एक मशीन चार लाख से 10 लाख रुपए तक होगी।

प्रशिक्षण में अधिकारियों को फिंगरप्रिंट मशीन दिखाकर उसकी बारिकियों को समझाया गया। अपराधों की छानबीन में फिंगरप्रिंट काफी मददगार है। अब इसका डिजिटलाइजेशन किया जा रहा है, जिससे अपराधियों की पहचान आसानी से हो सकेगी।

फिंगरप्रिंट ब्यूरो डीएसपी सनत कुमार जैन ने बताया कि पहले फिंगरप्रिंट रोलर, पट्टी व स्याही से लिया जाता था। इससे समय अधिक लगता था, स्याही कभी ज्यादा तो कभी कम हो जाती थी। अब इंकलेस फिंगरप्रिंट पेड का इस्तेमाल किया जा रहा है। पेड के सामान ही मोबाइल के आकार का फिंगरप्रिंट लैब मशीन आ गई है। एक पेड से करीब 12 हजार प्रिंट लिए जा सकते हैं। इसकी गुणवत्ता भी अच्छी होती है। जल्दी ही सभी थानों में लाइव स्कैनिंग सिस्टम उपलब्ध होगा। इसके बाद फिंगरप्रिंट लेकर राज्य के ब्यूरो ऑफिस में भेजा जाएगा साथ ही नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) से भी यह जुड़ा रहेगा।

इससे फायदा यह होगा कि देश के बाहर और देश के अंदर के अपराधियो की जांच भी फिंगरप्रिंट के माध्यम से की जा सकेगी।

फिंगरप्रिंट ब्यूरो पुलिस हेडक्वार्टर के उप पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार शर्मा ने कार्यशाला के प्रथम दिन बताया था कि पुलिस थानों में संदिग्ध या गिरफ्तार व्यक्तियों की जो फिंगरप्रिंट स्लिप होती है, वह सब-स्लिप और न्यायालयों द्वारा दण्डित व्यक्तियों की जो फिंगरप्रिंट होती है, उसे रिकार्ड स्लिप कहा जाता है। इसे एक निश्चित फार्मेट में तैयार किया जाता है। यह कार्यशाला इसी पर आधारित है। इससे डाटाबेस एकत्र करने के तरीके की जानकारी मिलेगी। फिंगरप्रिंट लेने की प्रक्रिया से अपराधियों को खोजकर पकड़ने, उनके संबंध में जानकारी लेने और मेनुअल और डिजिटल प्रोसेस को समझने में मदद मिलेगी। फिंगरप्रिंट ब्यूरो रायपुर द्वारा दो दिवसीय यह कार्यशाला आईजी दीपांशु काबरा के निर्देश पर रखा गया है। कार्यक्रम में रायपुर डीएसपी सुनील कुमार शर्मा, बिलासपुर रेंज इंस्पेक्टर वि़द्या जोहर, इंस्पेक्टर अजय कुमार साहू, रायपुर क्राइम ब्रांच से सब इंस्पेक्टर धर्मेंन्द्र कुमार भारती व डीएसपी सनत कुमार जैन व अन्य पुलिस अधिकारी मौजूद थे।

NO COMMENTS