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72 साल के लंबे संघर्ष के बाद अलग जिला बन पाया ऐतिहासिक महत्व का नगर सारंगढ़-बघेल

सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला उद्घाटन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल।

दो जिलों का मुख्यमंत्री ने किया उद्घाटन, करोड़ों के विकास कार्यों की घोषणा

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज सारंगढ़ के खेल भांठा मैदान में आयोजित समारोह में राज्य के 30 वें जिले सारंगढ़-बिलाईगढ का उद्घाटन किया। उन्होंने नए जिले में बुनियादी सुविधाओं के विकास के लिए 540 करोड़ देने की घोषणा की। उन्होंने सारंगढ़ बिलाईगढ़ के लोगों को नए जिले के अस्तित्व में आने पर बधाई दी।

बघेल ने इस मौके पर कहा कि प्रशासन और जनता के बीच दूरी कम करने के लिए पिछले 4 साल में 6 नए जिले बनाए हैं। इससे जनता को काफी सुविधा मिलेगी। 72 साल के लगातार संघर्ष के बाद सारंगढ़ अलग जिला बन पाया है। जिले के निर्माण के संघर्ष में कई पीढ़ियों ने योगदान दिया। सारंगढ़ को जिला बनाने में बिलाईगढ का महत्वपूर्ण सहयोग रहा है। बिलाईगढ वासियों की सहमति से ही सारंगढ़ जिला बन पाया। सारंगढ़ शुरू से मानव जाति की सभ्यता का केंद्र रहा है। कई शक्तिपीठों के साथ ही बाबा घासीदास के प्रति आस्था रखने वालों की बहुलता है। सारंगढ़ का दशहरा उत्सव भी बस्तर दशहरा की तरह विख्यात है। बघेल ने कहा कि कलेक्टर एसपी के बाद अन्य जिला स्तरीय कार्यालय भी जल्द खुलेंगे।

खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले का उद्घाटन

मुख्यमंत्री ने आज खैरागढ़-छुईखदान-गंडई नवनिर्मित जिले का शुभारंभ किया। राजा फतेह सिंह खेल मैदान खैरागढ़ में कार्यक्रम आयोजित हुआ। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नवगठित जिला खैरागढ़-छुईखदान-गंडई के शुभारंभ कार्यक्रम खैरागढ़ में 364 करोड़ 56 लाख रूपए के 95 कार्य का भूमि पूजन एवं लोकार्पण किया। इसमें 350 करोड़ 96 लाख 31 हजार रूपए के 82 कार्यों का भूमि पूजन, 13 करोड़ 59 लाख 96 हजार रूपए के 13 कार्यों का लोकार्पण शामिल है। इस अवसर पर उन्होंने 213 हितग्राहियों को 37 लाख 48 हजार रूपए की सामग्री का वितरण भी किया

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