एचआईवी सिंगल विंडो मॉडल पर प्रशिक्षण

बिलासपुर। राष्ट्रीय पोषण अभियान का एक साल 8 मार्च को पूरा हो रहा है। पूरे देश के साथ बिलासपुर में भी इसके लिए पखवाड़े भर का अभियान 8 मार्च से शुरू किया जा रहा है।

8 मार्च 2018 को झुंझुनू से राष्ट्रीय पोषण अभियान की शुरुआत की गई थी। अभियान की प्रथम वर्षगांठ पर 8 से 22 मार्च तक पूरे देश में पोषण पखवाड़ा  मनाया जाएगा।  इस अभियान का मुख्य उद्देश्य कुपोषण के विरुद्ध जन आंदोलन तैयार करना है ताकि कोई भी बच्चा कुपोषित ना हो।

इस अवसर पर जिला बिलासपुर ने रोड मैप तैयार कर उसे अमली जामा पहनाने की सारी तैयारियां पूर्ण कर ली है । पोषण अभियान की तैयारी पर चर्चा करते हुए जिला परियोजना अधिकारी महिला एवं बाल विकास किरण सिंह ने बताया कि जिले के 2763 केंद्रों पर पोषण अभियान का आयोजन किया जाएगा।

अभियान के तहत  सुपोषण मेला  लगेगा और पंचायत में ग्राम सभा का आयोजन किया जाएगा।  साइकिल रैली, पोषण रैली, और स्कूल आधारित गतिविधियां भी इस अभियान का हिस्सा होंगी।

बालिकाओं के लिए एनीमिया शिविर का आयोजन, किशोरी बालिकाओं के लिए जागरूकता अभियान, पोषण संबंधी संयुक्त बैठक का आयोजन, युवा समूह की बैठक, हाट बाजार गतिविधि, और प्रभातफेरी एवम पोषण पदयात्रा भी इस दौरान निकाली जाएगी।  कृषक समूह की बैठक और  पोषण पखवाड़ा की समीक्षा हेतु पंचायत स्तर पर बैठक का आयोजन किया जाएगा।

इसी क्रम में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के अंतर्गत 8 से 22 मार्च  के बीच `सुपोषित जननी, विकसित धरनी’ अभियान का भी आयोजन किया जाएगा ।

 

जिला परियोजना अधिकारी किरण सिंह ने बताया कि इस दौरान पोषण आहार पर प्रतियोगिता, प्रश्नोत्तरी, लोक संगीत के कार्यक्रम भी आयोजित होंगे, जिनमें स्कूल कॉलेज से फ्रूट एवं न्यूट्रिशन विभाग के प्राध्यापक शिक्षकों को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया जाएगा।

स्थानीय स्तर पर महिला समूहों, लोक संगीत दलों के लोगों को आमंत्रित किया जाएगा। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना अंतर्गत तैयार फिल्म ऑडियो वीडियो का प्रदर्शन किया जाएगा। योजना अंतर्गत समस्त पात्र हितग्राहियों की सूची का पाठन ग्राम सभा में किया जाएगा। कार्यक्रम का लाभ समस्त गर्भवती महिलाओं तक पहुंचे यह भी सुनिश्चित किया जाएगा।

एचआईवी सिंगल विंडो मॉडल पर प्रशिक्षण

जिले के एचआईवी काउंसलर, लिंक वर्कर,ओर टीआई के सदस्यों का सोशल प्रोटेक्शन सिंगल विंडो मॉडल पर एक  प्रशिक्षण हुआ। एक दिवसीय प्रशिक्षण स्टेट कोऑर्डिनेटर रमा पटेल द्वारा दिया गया। सहयोगी के तौर पर डॉ आरती बांधे जिला क्षय अधिकारी एवं माजिद अली एचआईवी काउंसलर  मोजूद थे । इस प्रशिक्षण में विशेष रूप से एचआईवी पीड़ित व्यक्ति को सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं के विषय में प्रतिभागियों की समझ को विकसित किया गया।  प्रशिक्षकों द्वारा प्रतिभागियों को एचआईवी पॉजिटिव व्यक्ति को विभिन्न प्रकार की योजनाओं का लाभ कैसे दिलाया जा सकता है और एकीकृत जांच एवं परामर्श केंद्र के माध्यम से एचआईवी पीड़ित व्यक्ति को कैसे फॉलो किया जाएगा, इस पर भी बताया गया ।

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