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दिल्ली उड़ने से पहले प्लेन खराब, एलायंस एयर को कोसते हुए 50 यात्री वापस लौटे

बिलासा एयरपोर्ट पर दिल्ली जाने के लिए आए थे यात्री।

खराब सेवा को लेकर लोगों में भारी नाराजगी, जबलपुर-प्रयागराज की उड़ान भी बंद

बिलासपुर। बिलासा एयरपोर्ट से सुविधाजनक हवाई उड़ानों के लिए की जा रही तमाम कोशिशें बेअसर साबित हो रही है। पखवाड़े भर के भीतर एलायंस एयर ने दूसरी बार यात्रियों को एयरपोर्ट से वापस लौटने को मजबूर कर दिया। इधर समर शेड्यूल में कोलकाता और दिल्ली की सीधी उड़ानों को तो शामिल कर लिया गया है लेकिन पहले से पर्याप्त यात्रियों के साथ चल रही प्रयागराज और जबलपुर की उड़ानों को  रद्द कर दिया गया है।

मंगलवार की शाम दिल्ली से यात्रियों को बिलासपुर लेकर आई फ्लाइट की वापसी उड़ान रद्द कर दी गई। वजह यह बताई कि विमान में कुछ तकनीकी खराबी आ गई है। इस समय हवाईअड्डे पर 50 यात्री दिल्ली जाने के लिए पहुंचे थे। यात्रियों को निराश होकर वापस लौटना पड़ा। एलायंस एयर की ओर से विकल्प दिया गया कि या तो यात्री गुरुवार को दिल्ली जाएं अथवा एक सप्ताह बाद रिफंड ले लें। उल्लेखनीय है कि इसी माह 4 अप्रैल को एलायंस एयर ने दिल्ली जाने वाली फ्लाइट में क्षमता से अधिक टिकट बुक कर लिए थे। ऐसे 9 यात्रियों को विमान पर चढ़ने से रोक दिया गया। इन यात्रियों को अगले दिन की उड़ान में ले जाने की बात कही गई लेकिन कंपनी ने उन्हें रात में रुकने की व्यवस्था करने से मना कर दिया। इन यात्रियों ने रायपुर से दिल्ली की फ्लाइट में यात्रा करने की सुविधा भी मांगी मगर कंपनी इसके लिए भी तैयार नहीं हुई। बीते 21 जनवरी को दिल्ली से जबलपुर होते हुए बिलासपुर आने वाली फ्लाइट को जबलपुर में ही रद्द कर दिया गया। मौसम की खराबी का हवाला देते हुए बिलासपुर आने वाले यात्रियों को जबलपुर में ही उतार दिया गया था। यात्री अपने खर्च से टैक्सी या दूसरे साधनों की व्यवस्था कर बिलासपुर आये थे। कई बार दिल्ली के यात्रियों को बिलासपुर के बजाय रायपुर में उतारा जा चुका है। इन सभी मामलों में कंपनी की ओर से यात्रियों को कोई सुविधा मुहैया नहीं कराई गई। सारा अतिरिक्त खर्च यात्री स्वयं वहन करते आ रहे हैं।

ज्ञात हो कि एलायंस एयर केंद्र सरकार की ही कंपनी है। रिजनल कनेक्टिविटी वाली हवाई उड़ानों का संचालन सिर्फ एलायंस एयर से कराया जा रहा है। हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति के सुदीप श्रीवास्तव ने कहा कि राज्य सरकार सिर्फ एलायंस एयर पर भरोसा न करे। कम से कम पांच निजी कंपनियां भी 72 और 80 सीटर विमानों का संचालन कर रही हैं। हवाई सेवा संचालन के लिए टेंडर बुलाकर उपयुक्त कंपनी को ठेका दिया जाए। एलायंस एयर प्रोफेशनल तरीके से काम नहीं कर रहा है, क्योंकि यह एक सरकारी कंपनी है। कंपनी के पास विमान तो 23 हैं, पर चार पांच विमान हमेशा मरम्मत के लिए खड़े रहते हैं।

दूसरी ओर एलायंस एयर की ओर से समर शेड्यूल जारी कर दिया गया है। यह अक्टूबर महीने तक प्रभावी रहेगा। इसमें दिल्ली और कोलकाता के लिए सीधी उड़ानों को जारी रखा गया है। इन दोनों की प्रारंभिक उड़ान आचार संहिता लागू होने से पहले कर दी गई थी। दोनों ही फ्लाइट सप्ताह में दो दिन मंगलवार को गुरुवार को दी गई है। पर पहले से चल रही प्रयागराज और जबलपुर की फ्लाइट को शेड्यूल में शामिल नहीं किया गया है, जबकि दोनों ही जगहों के लिए पर्याप्त यात्री मिल रहे थे। यह स्थिति तब है जब बीते 11 अप्रैल को बिलासपुर हवाई अड्डे में स्पेशल वीएफआर विमान परिचालन की सुविधा शुरू हो गई है। इसके चलते खराब मौसम और बारिश में भी फ्लाइट लैंड और टेकऑफ कर सकती है। हवाई अड्डे को उड़ानों के लिए अधिक बेहतर बनाने के लिए राज्य सरकार ने हाल ही में करोड़ों रुपये खर्च भी किए हैं। साथ ही हवाईअड्डे से लगी रक्षा मंत्रालय की जमीन भी रन वे के विस्तार के लिए हाल ही में मिल गई है। नाइट लैंडिंग की व्यवस्था भी लगभग पूर्णता की ओर है। ऐसे में इस हवाईअड्डे से सप्ताह में सिर्फ दो दिन ही उड़ान होगी, शेष 5 दिन कोई फ्लाइट नहीं है।

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