गुरु घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय में आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर गांधी जी का प्रिय भजन रघुपति राघव राजा राम सात भाषाओं हिंदी, बंगाली, छत्तीसगढ़ी, उडि़या, मलयालम, मराठी व गुजराती भाषाओं में प्रस्तुत किया गया। इस भजन की धुन सुनकर सभागार में उपस्थित सभी लोग मंत्रमुग्ध हो गए।

आज सुबह 9 बजे से प्रबंध अध्ययन विभाग के सभागार में प्रारंभ हुए इस कार्यक्रम में अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. एम.एन. त्रिपाठी ने मंचस्थ एवं सभागार में उपस्थित सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए गांधी और शास्त्री जी के विचारों को याद किया। उन्होंने कहा कि गांधी जी हमेशा प्रासंगिक हैं और शास्त्री जी देश के निर्विवाद प्रधानमंत्री रहे हैं। सत्य, शांति एवं अहिंसा के पथ पर चलकर राष्ट्र प्रगति कर रहा है। इसके बाद विश्वविद्यालय के तरंग बैंड द्वारा गांधी जी के प्रिय भजन रघुपति राघव राजा राम को सात भाषाओं में प्रस्तुत किया गया।

कुलसचिव प्रो. शैलेन्द्र कुमार ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के विचारों एवं संकल्पों को याद करने का अवसर है। गांधी ने इंग्लैंड से बैरिस्टर की पढ़ाई और दक्षिण अफ्रीका में भारतीयों एवं वंचितों के अधिकारों के लिए संघर्ष किया। गांधी जी के जीवन में ऐसे कई उदाहरण है जो उनके सत्य के प्रति समर्पण एवं दृढ़ता को प्रदर्शित करते हैं। उन्होने बताया कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय के निर्देशानुसार व कुलपति के मार्गदर्शन में यह आयोजन कराया गया। स्वच्छता पखवाड़ा, स्वच्छता ही सेवा तथा विभिन्न गोद गांवों में किये गये प्रयासों का भी इस अवसर पर उल्लेख किया गया। जो महात्मा गांधी के विचारों तथा सिद्धातों से प्रेरित हैं। अंत में अतिथियों ने प्रबंध अध्ययन विभाग परिसर में स्थित पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए। इसके बाद उन्नत भारत अभियान व राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा के लिए विश्वविद्यालय के गोद ग्राम के लिए रवाना हो गए। कार्यक्रम का संचालन आंग्ल एवं विदेशी भाषा विभाग की सहायक प्राध्यापक डॉ. अर्चना कुमारी ने किया। इस आयोजन में विश्वविद्यालय कीे विभिन्न अध्ययनशाला के अधिष्ठातागण, विभागाध्यक्ष, शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी एवं बड़ी संख्या छात्र-छात्राएं शामिल हुए।

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