कांग्रेस पार्षद शैलेन्द्र जायसवाल ने रैंकिंग पर उठाया सवाल

पहले स्वच्छता सर्वेक्षण में 22वां नंबर और अब रहन-सहन के स्तर में  बिलासपुर को 13वां स्थान दिया गया है, लगता है यहां  मुन्ना भाई के तर्ज पर परीक्षाएं दी जा रही है और इनाम पर इनाम झोंका जा रहा है।

कांग्रेस पार्षद दल के प्रवक्ता  शैलेन्द्र जायसवाल ने एक बयान में यह बात कही। उन्होंने कहा कि बिलासपुर को कोई इनाम मिलता है तो गर्व होने की जगह हंसी आने लगती है। लगता है कोई भी सर्वेक्षण टीम यहां आती है और खा-पीकर मौज मस्ती करके चले जाती है  बिलासपुर को इनाम दे दिया जाता है।

जायसवाल ने कहा कि स्वच्छता के बाद एक कदम आगे बढ़ते हुए रहन-सहन के स्तर में देश में13वां स्थान दिया गया है इसका आधार क्या है ? इस शहर में लोगों की कुल आय कितनी है कि एक अच्छी जिंदगी जी सकें। घूमने-फिरने के लिए कुल मिलाकर दो मॉल बने हैं, जहां लोग केवल टाइम पास करके घर चले जाते हैं, कुछ खरीदने की हिम्मत नहीं रहती। लोग रोजगार के लिए भटक रहे हैं ।ना कोई व्यापार है । किसी तरह से रोज दो वक्त खाने का जुगाड़ कर रहे हैं। इतनी शराब बेची जा रही है कि लोग अपनी सारी कमाई शराब में लगा रहे हैं।  मरीज बढ़ते चले जा रहे हैं। जिस शहर में रहन-सहन का स्तर इतना ऊपर हो गया है तो यहां बीमारों  की गिनती लगातार बढ़ती क्यों जा रही है। सिम्स, जिला अस्पताल, प्राइवेट नर्सिंग होम में बढ़ती भीड़ देखी जा सकती है।

जायसवाल ने कहा कि अब जरूरत है इस शहर को एक ऐसे नेतृत्व की जो लोगों को मूलभूत  सुविधाएं सड़क, पानी बिजली ,स्वास्थ्य  शिक्षा  दे सके न कि फर्जी सर्टिफिकेट।

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