गुरु घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय में आज कार्यस्थल पर महिला उत्पीड़न को लेकर विशेष सेमिनार का आयोजन किया गया। सुप्रीम कोर्ट की लायर सविता सिंह इस मौके पर विशेष रूप से उपस्थित थीं, जिन्होंने कहा कि संविधान ने महिलाओं को समानता का अधिकार दिया है, उन्हें इसकी जानकारी होनी चाहिए। 

कुलपति प्रो. गुप्ता ने कहा कि विश्वविद्यालय में अपेक्स कम्पलेंट कमेटी है जो विश्वविद्यालय में जागरूकता के साथ समाधान के लिए हमेशा तत्पर रहती है। अगर कभी किसी के साथ ऐसी कोई घटना होती है तो उसे बेझिझक, बिना डरे समिति के सदस्यों के आगे साझा करें ताकि किसी भी समस्या का समाधान किया जा सके।

व्याख्यान की मुख्य वक्ता उच्चतम न्यायालय की वरिष्ठ अधिवक्ता सविता सिंह ने कहा कि इस सभागार में छात्रों के साथ बड़ी संख्या में छात्राएं भी मौजूद हैं। यह विधि के छात्र होने के नाते खुशी देने वाला है। विश्वविद्यालय में छात्र-छात्राओँ को सुरक्षित एवं सौहार्दपूर्ण वातारवण है जिसके लिए कुलपति का प्रयास प्रशंसनीय है। कार्यस्थल पर महिला उत्पीड़न समीचीन विषय है जिस पर चर्चा होनी चाहिए।उन्होंने कहा कि महिलाओें के पास संविधान में दिए गए समानता के समस्त अधिकार होने चाहिए। कानून होने के बावजूद महिलाओं के साथ भेदभावपूर्ण रवैया अपनाया जाता है। अपनी बात को उन्होंने कानून की विभिन्न धाराओँ के माध्यम से भी बताया।अतिथि को कुलपति और अपेक्स कंपलेंट कमेटी की चेयरपर्सन डॉ. रश्मि अग्रवाल ने स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया।

व्याख्यान के बाद संवाद का कार्यक्रम भी रखा गया।कार्यक्रम का संचालन वानिकी विभाग की सहायक प्राध्यापक डॉ. गरिमा तिवारी ने किया। छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ. एम.एन. त्रिपाठी ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इस विशेष व्याख्यान में मंचस्थ अतिथियों में कुलसचिव प्रोफेसर शैलेन्द्र कुमार, डॉ. रश्मि अग्रवाल, चेयरपर्सन, अपेक्स कम्पलेंट कमेटी, विधि अध्ययनशाला के अधिष्ठाता प्रोफेसर वी.एस. राठौड़ एवं अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. एम.एन. त्रिपाठी शामिल थे। इसके अलावा विभिन्न अध्ययनशालाओं के अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष, अधिकारी, शिक्षक एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

 

 

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