सामग्री प्रबंधन के उभरते आयाम पर सेमिनार

बिलासपुर, 17 फरवरी। सामग्री प्रबंधन एक संगठन के विकास के लिए महत्वपूर्ण है। लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए आवश्यक वर्तमान और भविष्य की आवश्यकताओं को अग्रिम में नियोजित किया जाना चाहिए और अंतिम लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सामग्रियों का प्रबंधन किया जाना चाहिए। उक्त विचार एसईसीएल के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक ए.पी. पण्डा ने व्यक्त किया।

सीएमडी पण्डा भारतीय सामग्री प्रबंध संस्थान बिलासपुर चेप्टर द्वारा हॉटल कोर्टयार्ट मेरिएट में सामग्री प्रबंधन में उभरते आयाम विषय पर आयोजित सेमिनार की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बढ़ती अर्थव्यवस्था और बढ़ती ग्राहक अपेक्षाओं ने उत्पाद के अंतिम वितरण में गुणवत्ता और गति को अनिवार्य कर दिया है। यह काफी हद तक उत्पादन की प्रक्रिया के लिए आवश्यक सामग्रियों पर निर्भर करता है। सामग्री प्रबंधन के क्षेत्र में कार्य करने वाले लोगों को नवीनतम नियम-कानूनों की जानकारी होनी चाहिए। इस अवसर पर सामग्री प्रबंधन के कई महत्वपूर्ण विषयों जैसे कॉगनिटिव कम्प्यूटिंग, प्रक्रियाओं का स्वचालन, योजना आदि पर चर्चा की गई। सेमिनार में विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों द्वारा प्रस्तुत सुझावों को पूर्ण करने पर विचार किया गया ताकि कार्य के दौरान आने वाली कठिनाईयों का समाधानपूर्वक हल किया जा सके। सेमिनार में प्रोक्योरमेंट कैलेंडर्स, पारदर्शी दिशा-निर्देशों और लघु व मघ्यम उद्यमों के प्रोत्साहन के व्यापक प्रचार पर चर्चा की गई।

सेमिनार में आईआईएमएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीके सिंह, एसईसीएल के तकनीकी निदेशक,संचालन कुलदीप प्रसाद, योजना-परियोजना के तकनीकी निदेशक आरके निगम, वित्त निदेशक एमएम चौधरी तथा मुख्य सतर्कता अधिकारी बीपी शर्मा प्रमुख रूप से उपस्थित थे।

कार्यक्रम के प्रारंभ में महाप्रबंधक (सामग्री प्रबंधन) वी.पी. सिंह ने स्वागत उद्बोधन प्रस्तुत किया। सेमिनार में पुलवामा हमले में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की गयी। इस अवसर पर एसईसीएल, एनटीपीसी, रेलवे और अन्य सरकारी संस्थानों के साथ-साथ निजी संस्थानों, आईआईएमएम के पदाधिकारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

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