नाटक के मंचन में डॉ हेडगेवार और गुरु गोलवलकर ने राष्ट्रसेवा करते हुए जनमानस को जोड़ने का काम किया, जिससे हर भारतीय स्वतंत्रता के लिए देश को आज़ाद कराने में अपना योगदान दे सके। डा. राय ने कहा कि मंचन के माध्यम से यह भी जानकारी दी गई कि, किस प्रकार शहीद राजगुरु को अंग्रेजो से बचाने में, कश्मीर पर भारत का परचम लहराने में, इसके लिए भी सेना को मदद करने में योगदान दिया गया, जिससे पाकिस्तान को हराया जा सका था। नाटक में इतिहास कई छुपे हुए तथ्यों को सामने लाया गया। संघ के वैभव का इतिहास, बेदाग होने के बावजूद लगाए गए प्रतिबंध पर प्रकाश डाला गया। डॉ.राय ने कहा कि हिन्दुओं को जोड़कर अखंड भारत का निर्माण सिर्फ संघ कर सकता है और करता आ रहा है, यह संदेश मंच से दिया गया।