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हवाई सेवा आंदोलनः 70 वें दिन ‘बालको’ सेवा निवृत्त परिवार के प्रतिनिधि धरने पर बैठे

बिलासपुर में हवाई सेवा के लिए 70वें दिन धरना आंदोलन जारी रहा।

बिलासपुर। हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति के अखंड धरना आंदोलन के 70वें दिन ‘बालको’ सेवा निवृत्त परिवार के पदाधिकारी व सदस्य धरने पर बैठे।

मौसम की लुका-छिपी के बीच में भारत एल्युमिनियम लिमिटेड कम्पनी के सेवा निवृत्त वरिष्ठजन हवाई सुविधा की मांग के लिए धरने पर बैठे। संगठन के अध्यक्ष श्रवण कुमार चतुर्वेदी ने सभा में कहा कि हमारी तो उमर बीत चुकी है, परन्तु हम भावी पीढी की सुविधा के लिए इस आंदोलन में बैठे हैं। साथ ही यह भी चाहते है कि एक बार जीवन रहते हवाई जहाज में सफर का अवसर अपने बिलासपुर हवाई अड्डे से मिले।

महासचिव जे.वी.पी.सिंह ने बालको सेवा निवृत्त परिवार के सभी सदस्यों ओैर पदाधिकारियों का परिचय दिया। उन्होंने कहा कि बिलासपुर में रेल्वे जोन की मांग के लिए भी बडा जन आंदोलन किया गया था। आज एयरपोर्ट के लिए भी ऐसा ही आंदोलन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बिलासपुर क्षेत्र व्यवसाय के मामले में लगातार पिछडता जा रहा है और विकास और रोजगार के लिए यह आवश्यक है कि बिलासपुर में एयरपोर्ट की स्थापना की जाये। एस.विश्वनाथ राव ने जनसंघर्ष समिति के सदस्यों से आंदोलन तेज करने की अपील की और कहा कि जनसामान्य हर कदम पर आंदोलन का साथ देगा।

सभा को संबोधित करते हुए बालको परिवार के पूर्व उपमहाप्रबंधक समरजीत सिंह बघेल ने कहा कि बिलासपुर में हवाईअड्डा बनने से जांजगीर चांपा, रायगढ और कोरबा जिलों को भी सीधा लाभ होगा। उन्होंने जानकारी दी कि वर्तमान में रायगढ के लोग रायपुर की बजाय झारसुगुड़ा हवाईअड्डा जाना पसंद कर रहे हैं क्योंकि इससे रायगढ़ वालों को दो-तीन घण्टे में ही हवाईअड्डा मिल जाता है। उन्हें रायपुर जाने में 6 घण्टे से अधिक लगता है।

सभा को संबोधित करते हुये समिति के ही संजय पिल्ले ने कहा कि बिलासपुर वैसे तो शांत शहर है पर उसके धैर्य की परीक्षा न ली जाये अन्यथा जोन आंदोलन का इतिहास दोहराया जायेगा। 69 दिन बीत जाने के बाद भी शांतिपूर्ण आंदोलन की सुनवाई न होना खेदजनक है। युवा नेता सुशांत शुक्ला ने  कहा कि बिलासपुर क्षेत्र को कोयला उत्पादन और बिजली उत्पादन कर केवल प्रदूषण देने के लिए छोड दिया गया है, जबकि विकास का पूरा लाभ रायपुर और दिल्ली भेजा जा रहा है। हमें इस स्थिति को अपने संघर्ष से बदलना ही होगा। समिति के अशोक भण्डारी ने कहा कि बिलासपुर रेलवे जोन की तर्ज पर ही बिलासपुर का यह आंदोलन हर हालत में सफल होगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में यहां के लोगों के जो बच्चे दिल्ली, पुणे बेंगगुरू, मुम्बई आदि शहरों में पढ रहे हैं उन्हें आने-जाने में ही दो दिन खर्च हो जाता है। एयरपोर्ट होने पर वे अपने परिवार के साथ मिल सकेगे।

समिति की ओर से आज सभा का संचालन बद्री यादव ने किया। अंत में आभार प्रदर्शन मनेाज तिवारी ने किया।

आज धरना आंदोलन में बालको सेवा निवृत्त परिवार की ओर से धर्मेन्द्र चंद्राकर, मनोज श्रीवास, छेदीलाल मिरी, राजकुमार कुर्रे, निहाल सोनी, सुभाष चन्द्र जाना, कल्याण भट्टाचार्य, पी.सी. ध्रुव आदि शामिल हुए। समिति की ओर से  बद्री यादव, अमजद अली, साबर अजी, बसीर अली, सुशांत शुक्ला, कमल सिंह ठाकुर, रामशरण यादव, रघुराज सिंह, पप्पू तिवारी, समीर अहमद, संजय पिल्ले, अवधेश दुबे, कमल सिंह ठाकुर, भुट्टोराज, संतोष यादव, मनोज श्रीवास, नरेन्द्र सोनी, पवन पाण्डेय, केशव गोरख, राकेश सिंह, संतोष पिपलवा, शहबाज अली सहित सुदीप श्रीवास्तव उपस्थित थे।

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