आरएसएस पदाधिकारी डॉ. राय ने महामंत्री कुमावत की शिकायत प्रदेश पदाधिकारियों से की

टिकट चयन के लिए भाजपा कार्यालय में गुप्त मतदान की प्रक्रिया के दौरान रविवार को उस समय विवाद खड़ा हो गया जब बिलासपुर विधायक अमर अग्रवाल के करीबी माने जाने वाले जिला भाजपा महामंत्री रामदेव कुमावत ने बिलासपुर से टिकट की दावेदारी करने पहुंचे आरएसएस के पदाधिकारी डॉ. मनीष राय को कार्यालय से चले जाने के लिए कह दिया। इसे लेकर दोनों के बीच जमकर विवाद हो गया। डॉ. राय ने चेतावनी दी है कि उनके साथ दुर्व्यवहार करने वाले पदाधिकारियों के खिलाफ एक सप्ताह के भीतर कार्रवाई नहीं होगी तो वे आमरण अनशन करेंगे।

रविवार को भाजपा कार्यालय में विधानसभा उम्मीदवारों के चयन के लिए प्रदेश भाजपा से भेजे गए पर्यवेक्षक रमेश बैस, भीमसेन अग्रवाल और जागेश्वर साहू ब्लॉक पदाधिकारियों से गुप्त मतदान की प्रक्रिया पूरी करा रहे थे। इस बीच डॉ. राय वहां पहुंचे और उन्होंने बैस के समक्ष अपना बायोडाटा देते हुए बिलासपुर से टिकट की मांग की। थोड़ी देर बाद वहां राय दुबारा पहुंचे और एक पर्यवेक्षक भीमसेन अग्रवाल से चर्चा करने लगे। उसी समय कुमावत ने उन्हें पार्टी कार्यालय से चले जाने के लिए कहा। डॉ. राय ने कहा कि जब उन्होंने इस बात पर आपत्ति की तो कुमावत और उसके साथ मौजूद दस्तगीर भाभा ने उसके साथ असामाजिक तत्व की तरह व्यवहार करते हुए अभद्रता की कोशिश की। डॉ. राय ने बताया कि उन्होंने उन दोनों से कहा कि वे आरएसएस के कार्यकर्ता हैं और गणवेश में हैं। मैं आप लोगों की भाषा में जवाब नहीं दे सकता। आप लोग शाखा नहीं गए हैं इसलिए संघ के संस्कार आप लोगों में कहां से आएंगे। बाद में नेहरू चौक स्थित अपने कार्यालय में आकर डॉ. राय ने प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर के कई नेताओं को फोन पर घटना की जानकारी देते हुए कुमावत  व भाभा के व्यवहार की शिकायत की। डॉ. राय ने संगठन से मांग की है कि एक सप्ताह के भीतर इनके खिलाफ निष्कासन या निलम्बन की कार्रवाई नहीं की गई तो वे आमरण-अनशन पर बैठेंगे।

डॉ. राय ने कहा कि भाजपा एक कैडर आधारित पार्टी है। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह भी कहते हैं कि हर एक कार्यकर्ता को टिकट मांगने का पूरा अधिकार है। पर कुछ पदाधिकारी मालिक के प्रति अपनी वफादारी दिखाने के लिए पार्टी के नियमों और संस्कारों को ताक पर रखते हुए कुछ भी करते हैं। अगर इन्हें नहीं रोका गया तो आगामी विधानसभा चुनाव में बिलासपुर में भाजपा को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।  डॉ. राय ने कहा कि पहले भी कुमावत और जिला अध्यक्ष ने उनके भाजपा का सदस्य न होने का गलत बयान दिया था । उस समय पार्टी की किरकिरी हुई थी, वही बात आज दोहराई गई है। भाजपा किसी एक की पार्टी नहीं बल्कि कार्यकर्ताओं की मेहनत से खड़ी है। अवसरवादियों को भय सता रहा है कि पिछले 20 सालों से भ्रष्टाचार और अनियमितता पर लगाम लगाने वाला संघ का चेहरा सामने आ गया है। बिलासपुर की जनता अब मुखर हो चुकी है।

उल्लेखनीय है कि डॉ. राय बिलासपुर से भाजपा की टिकट की मांग करने वाले दूसरे कार्यकर्ता हैं। दो दिन पहले ही पेन्ड्रारोड के पूरन छाबरिया ने बिलासपुर से टिकट की दावेदारी पेश की है।

टिकट के लिए हुआ गुप्त मतदान

रायपुर से आए पर्यवेक्षकों की उपस्थिति में रविवार को गुप्त मतदान हुआ। इसमें मंडल के पदाधिकारियों ने ड्रॉप बॉक्स में अपने पसंद के तीन उम्मीदवारों के नाम क्रम से लिखकर डाला। बिलासपुर जिले की सभी सीटों के लिए यह रायशुमारी की गई है। पर्यवेक्षक रमेश बैस ने बताया कि प्रदेश की कोर कमेटी इन नामों पर विचार करेगी, जिसे केन्द्रीय समिति के पास सुझाव के रूप में भेजा जाएगा। अंतिम निर्णय वहीं होगा।

 

 

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