बंगले पर कचरा फेंके जाने व कांग्रेस भवन में पुलिस द्वारा बल प्रयोग के मामले पर प्रतिक्रिया
मंत्री अमर अग्रवाल ने घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मेरे घर में कचरा फेंकना, पत्थर फेंकना कांग्रेसियों की सोची-समझी रणनीति का हिस्सा है। उन्हें पता है कि, मंत्री या किसी आम नागरिक के घर पर भी कचरा, पत्थर आदि फेंकने पर पुलिस कार्रवाई तो जरूर करेगी। ये दोनों घटनाएं टाली जा सकती थी। जिस बयान पर कांग्रेसी हंगामा कर रहे हैं, वह बयान उन्होंने ठीक से पढ़ा ही नहीं है। मैंने कहा था कि, इतने सालो में कांग्रेसियों ने जो कचरा जमा किया था, उसे अब हम साफ करा रहे है। मेरा ये बयान ऑन रिकार्ड भी है। यह पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी मेरे घर पर घेराव किए जा चुके हैं। राजनैतिक कार्यक्रमों में अक्सर घर से बाहर रहने की वजह से मेरे गैरमौजूदगी में मेरी पत्नी और बच्चे अकेले रहते हैं। ऐसी घटनाओं से उनका भयभीत होना स्वाभाविक है। पिछले कुछ सालों से कांग्रेसियों द्वारा निजी निवास के घेराव की नई संस्कृति का जन्म हुआ है। लोकतंत्र में विरोध करने का सबको अधिकार है, लेकिन किसी के निजी निवास पर कचरा, पत्थर फेंकना सभ्य समाज की संस्कृति नहीं कही जा सकती।