बिलासपुर। राजद्रोह के केस में फंसे जीपी सिंह से गायब हो गए है, लेकिन पुलिस और अफसरों के पास इसका कोई जवाब नहीं हैं। एसीबी और पुलिस सूत्रों के मुताबिक राजद्रोह का केस दर्ज होने से ठीक एक दिन पहले गुरूवार को जीपी सिंह बिलासपुर गए थे। यहां अपने कुछ करीबी लोगों से मुलाकात की। पीछे-पीछे रायपुर पुलिस की खुफिया टीम जीपी सिंह पर नजर रखे हुए थी।
किसी को शक न हो इसलिए पुलिस की टीम गाड़ियां बदलकर पीछा कर रही थी। जानबूझकर जीपी सिंह की कार से कुछ फासला रखा गया था। जब जीपी सिंह बिलासपुर पहुंचे तो एक अफसर उन पर नजर रखने की जिम्मेदारी निभा रहे थे। एक जगह पर बाहर पुलिस की टीम इंतजार कर रही थी। मगर जीपी सिंह वहां से कब निकले किसी को पता नहीं चला। ये बात सामने आई कि जिस टीम पर नजर रखने का जिम्मा था उसकी गाड़ी की चाबी खो गई और इसी चूक का फायदा जीपी सिंह को मिल गया।
बुधवार के दिन करब 5 टीमें जीपी सिंह पर नजर रखे हुए थी, जो हर थोड़ी दूरी पर दूसरी टीम को अपडेट दे रही थी। इस घेराबंदी के बाद भी कभी सुपरकॉप के नाम से मशहूर जीपी सिंह सुरक्षित निकलने में कामयाब हो गए। अब रायपुर के सरकारी बंगले में जीपी सिंह की दो सरकारी गाड़ियां जस की तस खड़ी हैं और बाहर पुलिस का पहरा है। खबर है कि इस केस को लेकर अफसर लगातार बैठकें कर रहे हैं। खबर ये भी है कि प्रदेश में जीपी सिंह के कुछ करीबी कारोबारी और दोस्तों पर भी पुलिस नजर रखें हुए है। एमपी, ओडिशा और पंजाब में भी जीपी से जुड़ी हर अपडेट पर नजर रखी जा रही है।