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विकृति जब चरम सीमा पर पहुंचती है, तो संस्कृति का मार्ग प्रशस्त होता है – शंकराचार्य

शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती।

स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने विशाल धर्मसभा को किया संबोधित

बिलासपुर। गोवर्धन पीठाधीश शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने कल शाम सीएमडी महाविद्यालय प्रांगण में विशाल धर्मसभा मे प्रवचन दिया । इस अवसर पर  सनातन धर्म, अध्यात्म, पर्यावरण, गौरक्षा, व्यापार,  राजनीति  सहित धर्म, शास्त्र  और आदर्श जीवन सहित अनेक विषयों पर उन्होंने उपस्थित जनसमूह को  संबोधित किया।

उन्होंने कहा कि कोई भी विकृति जब चरम सीमा पर पहुंचती है तो संस्कृति का मार्ग प्रशस्त होता है। विकास के नाम पर अंधाधुंध कार्य हो रहे हैं, इससे चंद्रमा की सतह भी धंस गई है। हम विकास के विरोधी नहीं है, लेकिन प्रकृति के नियमों को साथ लेकर विकास होना चाहिए। पृथ्वी के धारक तत्वों की विकृति और विलुप्प्ती ही विकास की परिभाषा बन गई है। उन्होंने कहा कि मुझे छत्तीसगढ़ में गायों के झुंड का एक साथ बैठना बहुत अच्छा लगता है। यही वास्तव में गोष्ठी कहलाती है। उन्होंने कहा कि चारों दिशाओं में 25-25 एकड़ भूमि गोचर भूमि सुनिश्चित करनी चाहिए, जिससे गोवंश की रक्षा हो। उन्होंने आदर्श व्यापार के संबंध में कहा कि व्यापार में धर्म का पालन नहीं हो पाता । श्रीमद् भागवत कथा में कहा गया है,  कि अर्थ के गर्भ से अनर्थ उत्पन्न होता है। इसलिए इसे सावधान रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि शराब और जुए से व्यक्ति को दूर रहना चाहिए।

शिक्षा व्यवस्था पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि हजारों करोड़ों डॉलर शिक्षा के नाम पर विदेशों में जा रहे हैं क्योंकि यहां के विद्यार्थी विदेश में पढ़ाई कर रहे हैं। भारतवर्ष की शिक्षा को दुरुस्त और बेहतर करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि शास्त्रानुसार शिक्षा दी जानी चाहिए जिससे कि उन्हें जीवन में सद्मार्ग भी प्राप्त हो।

उन्होंने कहा कि मनुष्य जीवन कर्म के लिए बना है और इसके बाद धर्म के लिए बना है। इसलिए हमें जीवन को कर्म करना चाहिए। धर्म युक्त कर्म करना चाहिए।

धर्म सभा में नगर विधायक शैलेश पांडे ने शंकराचार्य का अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि शंकराचार्य जी का आशीर्वाद विशेष रूप से बिलासपुर के लोगों पर बना रहता है। उसका बिलासपुर से विशेष लगाव है। कामना करता हूं कि उनका आशीर्वाद बिलासपुर शहर के हर व्यक्ति को सदैव मिलता रहेगा।

इस अवसर पर सांसद अरुण साव ने कहा कि सनातन धर्म ही सर्वोपरि है। आज भारत का लोहा पूरी दुनिया में माना जा रहा है । यहां के धर्म और जीवन संस्कृति को पूरी दुनिया आत्मसात कर रही है। पूरे दुनिया को भारतवर्ष आकर्षित कर रहा है।

सुबह उन्होंने बिलासपुर के तिफरा स्थित झूलेलाल मंगलम में सम्मानित धर्म प्रेमियों और श्रद्धालुओं को बड़ी संख्या में दीक्षा प्रदान की। इस अवसर पर विधायक शैलेश पांडे, बिलासपुर सांसद अरुण साव, तखतपुर विधायक रजनीश सिंह, विधायक रजनीश सिंह पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल, अभय नारायण राय, चंद्रचूड़ त्रिपाठी, संदीप पांडे, विधायक धरमलाल कौशिक कांग्रेस नेता राजेंद्र शुक्ला, सियाराम कौशिक, प्रमोद नायक, विवेक वाजपेयी, डॉक्टर मखीजा, डॉ विनोद तिवारी, सिंधी समाज के प्रमुख साईं लाल दास सहित प्रफुल्ल शर्मा, सुनील दीक्षित, अभिषेक पांडे, अमित जायसवाल, पार्षद पी एन बजाज, हरीश भगवानी, मोतीलाल गंगवानी, मोहनलाल मोटवानी, जगदीश, श्याम हरियानी, गोपी थारवानी, बृजलाल नागदेव, महेश पमनानी, सुरेश सिदार, आनंद देसर, लालचंद लालवानी, पीएन खत्री, रामचंद्र नागवाणी राधा-कृष्ण नामदेव सतीश तहलियानी, आनंद वाहिनी आदित्य वाहिनी के समस्त पदाधिकारी सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।

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