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भू-विस्थापितों को सहूलियत देने एसईसीएल ने किए कई बदलाव, पात्र कर्मचारियों को इसी माह पदोन्नति

एसईसीएल में स्वतंत्रता दिवस।

भूमिगत खदानों का उत्पादन दो गुना करने का लक्ष्य-डॉ. मिश्रा

बिलासपुर। एसईसीएल मुख्यालय में 76वें स्वतंत्रता दिवस पर सीएमडी डॉ. प्रेम सागर मिश्रा ने ध्वजारोहण किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि भूमि अधिग्रहण से प्रभावितों के प्रदेय को आसान बनाने के लिए एसईसीएल ने कई बदलाव किए हैं। भू विस्थापितों को रोजगार देने की दिशा में वह आगे बढ़कर काम कर रही है। बोर्ड ने भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया एवं दस्तावेजों से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण बदलाव स्वीकृत किए हैं, जिससे परियोजनाएं और तेजी तथा सहूलियत से शुरू की जा सकेगी। अप्रैल से जून तिमाही में ही एसईसीएल ने 100 से अधिक भू-विस्थापितों को रोजगार दिया है।

डॉ. मिश्रा ने कहा कि सीएसआर के जरिए एसईसीएल कोयलांचल को सामर्थ्यवान बनाने की दिशा में निरंतर प्रयत्नशील है। इसने अपने संचालन क्षेत्रों के लगभग 1000 युवाओं के स्किल डेव्हलपमेंट ट्रेनिंग के लिए सीपेट रायपुर से अनुबंध किया है जिसमें लगभग 500 युवाओं का प्रशिक्षण आरंभ हो चुका है। कोरबा, रायगढ़ तथा मध्यप्रदेश के उमरिया जिले की 800 सरकारी स्कूलों में एसईसीएल की मदद से स्मार्ट क्लासरूम बनाए गए हैं। एसईसीएल की रेल कॉरिडोर परियोजनाओं से छत्तीसगढ़ राज्य के कई अंचलों तक पहली बार रेल यातायात की सुविधा मिलेगी। खरसिया से धर्मजयगढ़ की ईस्ट रेल कॉरीडोर की शुरूआत हो चुकी है। इसके धर्मजयगढ़-कोरबा लाइन का कार्य प्रगति पर है। गेवरा-पेन्ड्रा रोड के 135 किलोमीटर लम्बे ईस्ट-वेस्ट रेल कॉरीडोर पर भी तेजी से काम चल रहा है। कोल ट्रान्सपोर्न्टेशन व लोडिंग सिस्टम को पूरी तरह मैकेनाईज्ड किया जा रहा है। इससे बड़ी परियोजनाओं से सड़क मार्ग से कोयले का परिवहन कम हो पाएगा।

उन्होंने कहा कि कम्पनी का लक्ष्य है कि आने वाले 3 से 4 वर्षों में भूमिगत खदानों का उत्पादन दो गुना से अधिक कर दिया जाए। इसके लिए आधुनिक तकनीक जैसे कान्टिन्यूअस माइनर की स्थापना पर बल दिया जा रहा है। पर्यावरण संरक्षण के लिहाज से एसईसीएल को अग्रणी बनाने नेट जीरो के बजाए नेट पाजिेटिव कम्पनी बनाने की परिकल्पना की गई है।

इसके पहले मुख्य अतिथि डॉ. मिश्रा ने एसईसीएल मुख्यालय प्रांगण में ध्वजारोहण किया एवं सुरक्षा टुकड़ी की सलामी ली। टुकड़ी का नेतृत्व बिलासपुर के सुरक्षा उप-प्रबंधनक व्ही दक्षिणामूर्ति ने किया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में मुख्य सतर्कता अधिकारी  बी.पी. शर्मा, निदेशक तकनीकी संचालन सह कार्मिक एम.के. प्रसाद, निदेशक तकनीकी योजना-परियोजना एस.के. पाल, निदेशक वित्त जी. श्रीनिवासन व संचालन समिति सदस्य हरिद्धार सिंह उपस्थित थे। कार्यक्रम में अन्य विभागाध्यक्ष, श्रम संगठनों व कर्मचारी संघों के प्रतिनिधि, स्कूली बच्चे, महिलाएं, अधिकारी, कर्मचारी व उनके परिवार के सदस्य उपस्थित थे। ध्वजारोहण के बाद राष्ट्रगान व कोल इंडिया कार्पोरेट गीत बजाया गया।

इसके पूर्व नेहरू शताब्दी नगर स्थित सीएमडी आवास में एसईसीएल सीएमडी डॉ. मिश्रा तथा एसईसीएल परिवार की प्रथम महिला, श्रद्धा महिला मण्डल की अध्यक्ष पूनम मिश्रा ने ध्वजारोहण किया।

इस समारोह के लिए जारी दिशा-निर्देशों के अनुपालन में स्कूली बच्चों के लिए ऑन लाईन ड्राईंग प्रतियोगिता एवं ऑनलाईन देशभक्ति गीत गायन प्रतियोगिता रखी गई थी, जिनके विजयी प्रतिभागियों को मुख्य अतिथि ने पुरस्कृत किया। स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में उद्घोषणा का दायित्व राजभाषा विभाग की उप-प्रबंधक सविता निर्मलकर ने निभाया।

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