बिलासपुर। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में अधोसंरचना का कार्य तेजी से किया जा रहा है। बीते साल 178 किलोमीटर से भी अधिक नई रेल लाइन, दोहरीकरण, तीसरी व चौथी लाइन का काम पूरा हुआ। इसी बीच 186 किलोमीटर रेल लाइनों का विद्युतीकरण किया। इस वर्ष छिंदवाड़ा-नैनपुर सेक्शन में विद्युतीकरण के साथ 100 प्रतिशत का लक्ष्य प्राप्त हो जाएगा।

यह जानकारी बिलासपुर रेलवे जोन के महाप्रबंधक आलोक कुमार ने 76वीं स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर नार्थ ईस्ट इंस्टीट्यूट ग्राउंड में आयोजित ध्वजारोहण समारोह में अपने उद्बोधन के दौरान दी। उन्होंने बताया कि पिछले वित्तीय वर्ष में 38 किलोमीटर ऑटो सिग्नलिंग के कार्य पूरा करने के साथ नागपुर से दुर्ग के बीच भी काम तीव्रता के साथ चल रहा है। नागपुर से झारसुगुडा मेन लाइन की सेक्शनल स्पीड  बढ़ाकर 130 किलोमीटर प्रति घंटा करने के कार्य अपने अंतिम चरण में है। इन्फ्रास्ट्र्क्चर डेवलपमेंट को और तीव्र करने के लिए तीनों डिवीजन में गति शक्ति यूनिट की स्थापना की गई है।

उन्होंने कहा कि दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे सर्वाधिक माल लदान करने वाले जोनों में से एक है। बीते वित्तीय वर्ष में हमने 212 मिलियन टन से अधिक माल लदान किया। इस वित्तीय वर्ष में हमें 253 मिलियन टन माल लदान का लक्ष्य मिला है। जोन में मिशन कर्मयोगी के तहत 2,800 से अधिक प्रशिक्षित फ्रंट लाइन रेलकर्मी अपने कस्टमर फ्रेंडली एटीट्यूड के साथ यात्रियों की सेवा में तत्पर हैं। यात्रियों को सुगमता से टिकट की उपलब्धता, स्टेशन परिसरों और ट्रेनों में साफ-सफाई के साथ  नई सुविधाओं जैसे मोबाइल से अनारक्षित टिकट, हैंड हेल्ड टर्मिनल से टिकट चेकिंग व्यवस्था की गई है। महिला यात्रियों के लिए मेरी सहेली अभियान, तेजस्विनी ग्रुप तथा अक्षिता सेफ बबल का क्रियान्वयन किया गया ।

डिजिटल अपराध की चुनौती से निपटने के लिए उन्नत तकनीकी युक्त तथा प्रशिक्षित कर्मियों से परिपूर्ण साइबर सेल का गठन किया गया है। इससे ई-टिकटों की कालाबाजारी पर रोक लगेगी, साथ ही संदिग्ध व्यक्तियों की शिनाख्त, साइबर पेट्रोलिंग, प्रबल एप का बेहतर उपयोग आदि किया जाएगा । प्लेटफॉर्म पर सेगवे के उपयोग से निगरानी और यात्री सुरक्षा में सुधार हुआ है ।

उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में कई रेलविहीन क्षेत्रों में नये रेल कॉरीडोर निर्माण किया जाएगा। इन नए रेल कॉरीडोर के शुरू होने से इन क्षेत्रों की आर्थिक व सामाजिक प्रगति के नए रास्ते खुलेंगे ।

संरक्षित रेल परिचालन हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। एक महत्वपूर्ण परियोजना के अंतर्गत झारसुगुडा से नागपुर मेन लाइन सेक्शन को अत्याधुनिक ऑटोमैटिक ट्रेन प्रोटेक्शन “कवच”  के दायरे में लाया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि गत वित्तीय वर्ष रेल कर्मियों के 833 परिजनों को उच्च शिक्षा के लिए लगभग डेढ़ करोड़ रुपये तथा आवासीय सुविधा के उन्नयन पर 32 करोड़ रुपए का अतिरिक्त  प्रावधान किया गया। महिला रेल कर्मियों की सुविधा हेतु क्रेच की सुविधा दी गई । रेल कर्मी तथा उनके परिजनों के लिए रेलवे परिक्षेत्र में ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, बैडमिंटन व टेनिस कोर्ट, इंडोर व ओपन जिम, पार्क तथा स्वीमिंग पूल की सुविधा उपलब्ध हैं । बेस्ट इंस्टीट्यूट के लिए प्रतिवर्ष इंस्टीट्यूट शील्ड  का प्रावधान किया गया है ।

सेंट्रल हॉस्पिटल बिलासपुर में आपातकालीन स्थिति के दौरान मरीजो को आसानी से रक्त उपलब्ध कराने हेतु हॉस्पिटल परिसर में ब्लड स्टोरेज सेंटर की शुरुआत की गई है। नई एवं उन्नत तकनीक अपनाते हुए उम्मीद मेडिकल कार्ड तथा एचआरएमएस का क्रियान्वयन किया जा रहा है ।

उन्होंने कहा कि दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के खिलाड़ियों नेराष्ट्रीय तथा अंतराष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन किया है । उज्बेकिस्तान में टी. रामाकृष्णा, जर्मनी में दिनेश, नागालैंड में मुन्नी देवी, जबलपुर में अक्षय गणपुले तथा अभिनंदन पाटिल ने विभिन्न खेलों में स्वर्ण पदक हासिल किए।  भविष्य में और  बेहतर प्रदर्शन के लिए वे आशान्वित हैं।

इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि आलोक कुमार ने मुख्य सुरक्षा आयुक्त अभिय नंदन सिन्हा की अगुवाई में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। रेलवे सुरक्षा बल के जवानों, सिविल डिफेंस व सेंट जॉन एंबुलेंस की आकर्षक परेड का मुख्य अतिथि ने निरीक्षण किया।

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