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अजीत व अमित जोगी के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का अपराध दर्ज

संतोष कौशिक (इनसेट में)

मरवाही सदन में कर्मचारी संतोष कौशिक ने लगाई थी फांसी, मृतक के भाई की शिकायत पर कार्रवाई

बिलासपुर। मरवाही सदन में निजी कर्मचारी की मौत के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री, विधायक अजीत जोगी व उनके पुत्र अमित जोगी के खिलाफ सिविल लाइन पुलिस ने आत्महत्या के लिये उकसाने के आरोप में अपराध दर्ज कर लिया है।

यह कार्रवाई गुरुवार देर रात की गई। मालूम हो कि बुधवार की शाम नेहरू चौक के समीप स्थित मरवाही विधायक अजीत जोगी के सरकारी आवास मरवाही सदन में काम करने वाले संतोष कौशिक (30 वर्ष) ने पोर्च की शेड में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। मृतक के भाई कृष्ण कुमार कौशिक की शिकायत के मुताबिक आत्महत्या के कुछ पहले मृतक संतोष ने अपने गांव रमतला में पत्नी कविता से फोन पर बात की थी और रोते हुए बताया था कि चांदी की एक केतली के चोरी कर लेने के इल्जाम में उसे जेल भेजने की धमकी दी जा रही है, जबकि इस बारे में उसे कुछ भी मालूम नहीं है।

गुरुवार की सुबह पोस्टमार्टम होने के बाद शव को गांव रमतला ले जाया गया। इसके पहले सेंदरी के पास आक्रोशित ग्रामीणों ने शव को सड़क पर रखकर कई घंटे चक्काजाम कर दिया। प्रशासन द्वारा दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिये जाने पर जाम समाप्त किया गया था।

गुरुवार को रात करीब 12 बजे सिविल लाइन पुलिस ने धारा 304, 34 के तहत विधायक अजीत जोगी व उनके पुत्र अमित के खिलाफ अपराध दर्ज किया।

कौशिक से पूछताछ करने पुलिस भी गई थी?

मृतक का साला सरोज कश्यप अपनी बहन कविता का फोन आने पर घटना के दिन मरवाही सदन पहुंचा था। तब गार्ड ने उसे भीतर जाने से रोक दिया। गार्ड ने बताया कि अभी संतोष से मुलाकात नहीं हो पायेगी, उससे पूछताछ हो रही है। काफी देर बंगले के बाहर खड़े रहने के बाद सरोज अपने काम से जिला कोर्ट वापस चला गया। गार्ड ने पूछताछ के बाद बुलाने के लिए सरोज से फोन नंबर रख लिया था। शाम करीब पांच बजे उसे सिविल लाइन के एक अधिकारी ने पंचनामा के लिए बुलाया, तब कौशिक की फांसी लगने से मौत हो चुकी थी। सरोज का कहना है कि यदि पूछताछ के दौरान उसे संतोष से मुलाकात का मौका मिल जाता तो उसे वह हिम्मत देता और उसकी जान बच जाती। घटना के दिन जोगी परिवार का कोई भी व्यक्ति उस दिन बंगले में मौजूद नहीं था। यह सवाल बना हुआ है कि इस बीच पूछताछ करने के लिए पुलिस को किसने बुलाया और क्या कारण है कि इसके बाद संतोष ने आत्महत्या की?

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