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पीडब्ल्यूडी में कुर्सी की लड़ाई,  6 महीने में नहीं बन सकी सिर्फ 1250 मीटर की एयरपोर्ट बाउंड्रीवाल

अधूरा बिलासा एयरपोर्ट।

इलेक्ट्रिक कार्य सितम्बर में ही पूरा – बिना बाउंड्रीवाल नाइट लैडिंग का लाईसेंस नहीं मिलेगा

बिलासपुर। बिलासा एयरपोर्ट में सितंबर से ही नाइट लैडिंग से संबंधित सभी उपकरण लग चुके व लाईटिंग का कार्य हो चुका है परन्तु दक्षिण दिशा में यू आकार में 1250 मीटर की बाउंड्रीवाल न बन पाने के कारण नाइट लैडिंग लाईसेंस का आवेदन डीजीसीए को नहीं भेजा गया है। यह बाउंड्रीवाल 3सी वीएफआर लाईसेंस के लिए रनवे  पर आवश्यक है।
हवाई सुविधा जनसंघर्ष समिति की टीम ने एयरपोर्ट का दौरा करने पर पाया कि 1250 मीटर में से केवल आधी दीवाल ही बन पाई है। लगभग 400 मीटर में दीवार अभी पूरी उंचाई तक नहीं पहुंची है। लगभग 250 मीटर में अभी तक दीवार खड़ी करने का काम शुरू ही नहीं हुआ है। टीम के सदस्यों द्वारा संबंधित ठेकेदारों से चर्चा की तो उन्होंने बताया कि दीवार का काम 3 अलग-अलग ठेकेदार कर रहे है और अभी किसी भी के हिस्से का काम पूरा नहीं हुआ है।
समिति ने बताया कि एक ठेकेदार के द्वारा अब तक किये गये काम का 70 लाख रु. का भुगतान बिना किसी कारण के रुका है। पीडब्ल्यूडी के दो ई ई की लड़ाई में एयरपोर्ट का काम बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इन दोनों के बीच ट्रांसफर पोस्टिंग का विवाद लगभग दो माह से चल रहा है। नई सरकार आने के बाद भी यह विवाद जारी है और काम रुके हुए हैं। एयरपोर्ट जाने वाली समिति की टीम ने रवि बनर्जी, बद्री यादव, अशोक भण्डारी, समीर अहमद, अनिल गुलहरे, विजय वर्मा और सुदीप श्रीवास्तव शामिल थे।
हवाई सेवा जनसंघर्ष समिति का महाधरना प्रत्येक शनिवार, रविवार को जारी है। रविवार को विधायक धर्मजीत सिंह के अलावा महेश दुबे, मनोज तिवारी, केशव गोरख, मनोज श्रीवास, दीपक कश्यप, राघवेन्द्र सिंह, संजय पिल्ले, संतोष पीपलवा, चन्द्रप्रकाश जायसवाल, रंजीत सिंह खनूजा, प्रेमदास मानिकपुरी, प्रभुनाथ तिवारी, सुशील पटेरिया, रशीद बख्श, आदित्य तिवारी, अभिषेक चौबे और अकिल अली इसमें शामिल हुए।

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