बिलासपुर। जोगी की पार्टी और उनके परिवार का राजनीतिक अस्तित्व पूरी तरह खत्म हो चुका है। ये कहना है, मरवाही उपचुनाव में कांग्रेस की कमान सम्हालने वाले मंत्री जयसिंह अग्रवाल का  उन्होंने आज बिलासपुर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा, कि उनके चार में से दो विधायक और मरवाही के उनके 90% कार्यकर्ता और पदाधिकारी पार्टी छोड़कर कांग्रेस में आ गए हैं। जब मरवाही में कोई अस्तित्व नहीं रहा तो बाकी जगह क्या होगा। वे मरवाही के नाम पर ही जाने जाते थे।

क्या स्व. अजीत जोगी का रिकॉर्ड कांग्रेस तोड़ पायेगी, पूछे जाने पर जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि हम रिकॉर्ड तोड़ने के लिये नहीं जीतने के लिये लड़े। हम प्रचंड बहुमत से जीतेंगे, जिसका सबसे बड़ा कारण यह है कि 30-40 पुरानी जिला बनाने की मांग को सरकार बनते ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूरा किया। यह मांग जोगी जी और भाजपा की 15 साल चली सरकार ने भी पूरी नहीं की। जब मुख्यमंत्री ने जिले की घोषणा की तब वहां चुनाव होने जैसी कोई बात नहीं थी। खुद जोगी ने मंच से बघेल को गाड़ा-गाड़ा बधाई इस मांग को पूरा करने के लिये दी थी।

अग्रवाल ने कहा कि भाजपा की सरकार के रहते ही जोगी की जाति पर फैसला आ गया था। उस समय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष भी नंदकुमार साय ही थे। अब उनके नाम का मरवाही चुनाव में भाजपा ने केवल उनके वोट बैंक को हासिल करने के लिये किया। वे भाजपा की कम जोगी की तारीफ ज्यादा कर रहे थे, लेकिन इसका कोई लाभ उनको नहीं मिलेगा।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here