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हवाई सेवा आंदोलनः मुख्य सचिव से मांग, सीएम द्वारा घोषित 27 करोड़ रुपये शीघ्र जारी करें ताकि चकरभाठा में काम शुरू हो

हवाई सेवा के लिए राघवेन्द्र राव सभा भवन प्रांगण में जारी अखंड धरना।

38वें दिन भी जारी रहा अखंड धरना, उद्यान संरक्षण समिति और रिटायर्ड विद्युत कर्मचारी धरने पर बैठे

बिलासपुर। हवाई सुविधा के लिये जारी अखंड धरना के बीच जन संघर्ष समिति ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर मुख्यमंत्री द्वारा चकरभाठा एयरपोर्ट के लिए स्वीकृत राशि 27 करोड़ रुपये जारी करने की मांग की है ताकि हवाई अड्डे के विस्तार का काम तेजी से हो सके।

मुख्य सचिव को समिति की ओर से लिखे गये पत्र में सुदीप श्रीवास्तव ने कहा है कि इस राशि से थ्री सी कैटेगरी का हवाई अड्डा बनाने के लिए तुरंत काम शुरू हो सकेगा। मुख्यमंत्री ने जो राशि घोषित की है उसमें 2 सी वीएफआर से 3 सी वीएफआर में उन्नयन के लिए 1.835 करोड़ रुपये, नये टर्मिनल भवन व सिविल कार्य के लिए 6.7 करोड़, बिजली के काम के लिए 8 आठ करोड़ तथा रन वे विस्तार व अन्य कार्यों के लिए 10 करोड़ 45 लाख रुपये शामिल हैं।

38वें दिन भी अनेक संगठन बैठे धरने पर अखंड धरना आंदोलन के 38वें दिन सोमवार को पर्यावरण एवं उद्यान संरक्षण नागरिक समिति एवं रिटायर्ड विद्युत कर्मचारी संघ धरने पर बैठे। सभा को संबोधित करते हुए पर्यावरण एवं उद्यान संरक्षण नागरिक समिति के किशोर घेारे ने कहा कि बिलासपुर में एयरपोर्ट के निर्माण के लिए आवश्यक धन राशि की व्यवस्था तो हो गई है परन्तु केन्द्र सरकार से लाइसेंस लेना और उड़ानों का संचालन होना अभी बाकी है। समिति के प्रताप रंजन वर्मा ने कहा कि उद्यान समिति इस लड़ाई में अपना पूरा सहयोग देने के लिए तत्पर है। अभी मंजिल दूर है और आंदोलन सतत् जारी रखना होगा।

उद्यान समिति के अध्यक्ष पत्रकार के के शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार का कार्य पूरा होने के बाद अब केन्द्र सरकार की जिम्मेदारी है कि बिलासपुर से महानगरों के लिए शीघ्र हवाई सेवा शुरू कराये।

रिटायर्ड विद्युत कर्मचारी संघ के डी.पी.गुप्ता, वाई.डी.दीवान एवं ईश्वर राव ने कहा कि अगर बिलासपुर का हवाई अड्डा आज से 10 साल पहले बन गया होता तो आज बिलासपुर भी महानगरों की श्रेणी में आ जाता, परन्तु पिछले 15 वर्ष तक लगातार बिलासपुर की उपेक्षा होती रही। उन्होंने मुख्यमंत्री द्वारा घोषित की गई  27 करोड की राशि को तुरन्त ही उपयोग में लाने और 3सी लायसेन्स लेने की बात कही।

रिटायर्ड विद्युत कर्मचारी संघ के ही आर.बी.तिवारी ने रेल्वे जोन आंदोलन की याद ताजा करते हुये कहा कि बिलासपुर में हमेशा जनसंघर्ष से ही उपलब्धियां हासिल हुई हैं और एयरपोर्ट भी इसी श्रेणी का कार्य है। उन्होंने लगातार 38 दिन से जारी इस जनसंघर्ष को कम से कम 100 दिन चलाने की मांग की। सरस्वती शिशु मंदिर की पूर्व प्राचार्या मीरा मिश्रा ने भावपूर्ण उद्बोधन देते हुए एक छात्र का किस्सा सुनाया जो रायपुर एयरपोर्ट से फ्लाइट पकडने में चूकने के कारण परीक्षा में भाग लेने से वंचित रह गया था।

आज धरना आंदोलन में आगमन के क्रम से रमेश दुआ, राजू हरियाणी, राम कुमार, कन्हैया आहूजा, द्वारिका सोनी, पवन सोनी, पार्वती बाई, संतोष पिपलवा, मुकेश देवांगन, जी.सी.स्वर्णकार, अशोक अवस्थी, आर.जे.देवांगन, जितेन्द्र मानिकपुरी, राहुल राय, अशोक रंजन वर्मा, श्याम अग्रवाल, वाई.डी.दीवान, चित्रकान्त श्रीवास, शंकर सिंह, हेमलाल साहू, अशोक कौशिक, कांशीप्रकाश सोनी, आर.के,कश्यप, लखन खाण्डे, डॉ0 तरू तिवारी, शहजाद खान, राजेश जायसवाल आदि शामिल हुये। आज के धरने में समिति की ओर से अशोक भण्डारी, संजय पिल्ले, बद्री यादव, गोपाल दुबे, शेख फाजू, कप्तान खान, शहजाद खान, समीर अहमद- बबला, महेश दुबे, रामशरण यादव, राकेश शर्मा एवं सुदीप श्रीवास्तव शामिल हुए। धरना आंदोलन के 39वें दिन तीन दिसम्बर को युवा मंत्र सिरगिट्टी के प्रतिनिधि धरने पर बैठेगें।

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