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महाराष्ट्र से पैदल झारखंड जा रहे मजदूर की मौत, भाई शव छोड़ गया, ‘पहल’ ने किया दाह संस्कार

लॉकडाउन में प्रवासी मजदूर/ प्रतीकात्मक छवि।

 विशेष बस से अपने घर के लिए रवाना हो गये बाकी श्रमिक साथी

बिलासपुर। महाराष्ट्र के नागपुर से अपने गृह प्रदेश झारखंड के लिए पैदल निकले 8 मजदूरों के काफिले में से एक की बीती रात सिम्स में मौत हो गई। उसे गंभीर हालत में यहां दाखिल कराया गया था। आज लावारिस लाशों का अंत्येष्टि करने वाली संस्था ‘पहल’ ने उसका अंतिम संस्कार किया। मृतक के भाई और बाकी मजदूर इसलिये अंत्येष्टि तक नहीं रुके कि कहीं उन्हें झारखंड ले जाने के लिए आई बस छूट न जाये।

कोविड-19 कोरोना वायरस के संक्रमण के बाद देश के हर हिस्से में प्रवासी मजदूरों को अपने घर लौटने के लिए भारी संकट से जूझना पड़ रहा है। वे भूखे-प्यासे पैदल, चोरी-छिपे, मुख्य मार्ग छोड़कर पटरियों और जंगलों के रास्ते से हजार-हजार किलोमीटर का सफर कर किसी तरह घर पहुंचने के लिए मजबूर हो गये हैं। हालांकि लॉकडाउन के एक माह से ज्यादा वक्त बीत जाने के बाद अब उनकी घर वापसी के लिए ट्रेनों, बसों की व्यवस्था सरकार द्वारा की जा रही है।

ऐसे ही मजदूरों का एक दल महाराष्ट्र के नागपुर से करीब एक सप्ताह पहले रवाना हुआ था। 3-4 मई की रात सराईकेला, खरसावन जिले के आठ मजदूरों में से एक रवि मुंडा की तबियत पैदल चलते-चलते रायपुर-बिलासपुर मार्ग पर सरगांव के पास ज्यादा खराब हो गई। इसकी सूचना ग्रामीणों ने 108 एम्बुलेंस को दी। सभी को सिम्स चिकित्सालय लाया गया। यहां सभी मजदूरों का उपचार शुरू किया गया। इनमें से एक 40 वर्षीय रवि मुंडा की तबियत रात में ज्यादा खराब हो गई और उसकी मौत हो गई। दूसरे प्रदेशों से मजदूरों के आने के कारण अनिवार्य रूप से उनकी कोरोना जांच की गई। इधर बाकी श्रमिकों को मालूम हुआ कि झारखंड सरकार की एक बस आई है जिसमें वे वापस अपने घर लौट सकते हैं। रवि मुंडा के भाई सहित सभी सात मजदूर अपने साथी का शव छोड़कर झारखंड रवाना हो गये। मृतक के भाई ने सिम्स प्रबंधन से कहा कि वह अपने भाई का शव ले जाने में असमर्थ है। इसके लिए कोई साधन भी नहीं है। तब सामाजिक संस्था ‘पहल’ से सम्पर्क किया गया, जिसने आज श्रमिक रवि मुंडा की अंत्येष्टि की।

सिम्स की मीडिया प्रभारी डॉ. आरती पांडेय ने बताया है कि मजदूर की मौत मल्टी आर्गन फेलियर के कारण हुई है। मृतक का पोस्टमार्टम नहीं कराये जाने के सवाल पर कहा कि उसका परीक्षण किया गया था, उसकी मौत मल्टी आर्गन फेलियर के कारण हुई है। बीमारी से मौत होने के कारण यह आवश्यक नहीं था।

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