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मूक बालिका से चचेरे भाई ने किया रेप, गर्भपात में चाचा, चाची दादा व गांव के रसूखदारों ने दिया साथ

बेलगहना पुलिस चौकी।

चार गिरफ्तार, अन्य के खिलाफ भी हो रही जांच

बिलासपुर । 13 साल की कम बोल पाने वाली लड़की के साथ उसका चचेरा भाई ही रेप करता रहा। जब उसे गर्भ ठहर गया चाची-चाचा और दादा ने मिलकर उसका गर्भपात करा दिया। गर्भपात कराने का फैसला पंचायत में लिया गया। मामला वहीं रफा-दफा हो जाता यदि पीड़ित बालिका की मां ने थाने के चक्कर काटकर इसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई होती। पुलिस ने चार गिरफ्तारियां इस मामले में की है। आगे और भी लोग गिरफ्तार किये जा सकते हैं।

घटना बिलासपुर जिले के बेलगहना पुलिस चौकी के ग्राम करहीकछार के सरगुजिहा पारा की है। एक 13 साल की बालिका अपने चाचा-चाची के यहां रहती थी। जबकि उसकी मां इसी गांव में कुछ दूर अलग घर पर पड़ावपारा में रहती है। करीब 20 दिन पहले वह बेटी से मिलने गई तो उसकी हालत ठीक नहीं लगी। उसने बेटी से पूछा तो हकलाते हुए टूटे-फूटे शब्दों में पूरी घटना बता दी। पीड़ित बालिका ने बताया कि चाचा का लड़का उसके साथ गलत काम करता है। उसे गर्भ ठहर गया था तो कोरबा ले जाकर एक प्राइवेट अस्पताल में उसका गर्भपात भी करा दिया गया है। पीड़िता की मां बच्ची को लेकर तुरंत बेलगहना थाने गई। पुलिस ने वहां उसकी रिपोर्ट नहीं लिखी और कह दिया ठीक है तस्दीक करेंगे। बाद में पुलिस को लगा कि शिकायत गंभीर है और पीड़िता को भगाने से उन्हें लेने के देने पड़ जायेंगे, तो वह खुद ही पीड़िता और उसकी मां के पास पहुंची। घटना की जानकारी कोटा पुलिस थाने में दी गई जिसके अधीन बेलगहना चौकी है।

गांव वालों से पूछताछ करने पर पुलिस को पता चला कि इस गर्भपात के बारे में गांव के प्रायः सभी लोगों को पता है। पीड़ित का चचेरा भाई अपने घर में रहने वाली नाबालिग बहन से ही रेप कर रहा था। इस दौरान उसे गर्भ ठहर गया। तब चाचा सियाराम मिंज, चाची और दादा दशरथ सिंह ने उसे पहले जड़ी-बूटी खिलाई लेकिन उसका गर्भ नहीं गिरा। तब वे लोग बालिका को कोरबा के एक निजी चिकित्सालय में ले गये। वहां उसका गर्भपात कराया गया। पीड़िता की मां ने जो लिखित शिकायत दर्ज कराई है उसमें बताया गया है कि लड़की के गर्भवती होने की जांच यहां की मितानिन ने की थी। इसके बाद आंगनबाड़ी सहायिका व सरपंच तक भी जानकारी पहुंची। गांव के प्रमुख लोगों की सरपंच ने बैठक बुलाई और सबकी सलाह पर ही पीड़ित लड़की का गर्भपात चोरी-छिपे कराया गया। इन सभी को घटना की जानकारी पुलिस को, बाल विकास विभाग को, बाल संरक्षण समिति आदि को देनी चाहिये थी लेकिन उन्होंने मिलकर मामले को दबा दिया। पीड़ित लड़की की मां ने इनकी परवाह नहीं करते हुए पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई। उसने गर्भपात तथा मामले को छिपाने में भूमिका निभाने वाले इन सबकी गिरफ्तारी की गुहार लगाई है।

कोटा थाना प्रभारी प्रकाश कांत ने बताया कि पीड़िता के चचेरे भाई, चाचा चाची और दादा को आईपीसी की धारा 313, 376, 34 तथा पॉक्सो एक्ट 6 के तहत गिरफ्तार कर लिया गया है। अन्य लोगों की भूमिका भी जांच की जा रही है। अपराध 4 और अन्य के नाम से ही दर्ज है। जिसकी भी संलिप्तता पाई जायेगी उसे गिरफ्तार किया जायेगा।

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