Home अपडेट दिव्यांगता अभिशाप नहीं, उनमें अपार क्षमता-बस सही प्रोत्साहन मिलना चाहिए- राजशेखरन्

दिव्यांगता अभिशाप नहीं, उनमें अपार क्षमता-बस सही प्रोत्साहन मिलना चाहिए- राजशेखरन्

एनटीपीसी सीपत चिकित्सालय में दिव्यांगों को कृत्रिम अंगों का वितरण।

एनटीपीसी सीपत के आसपास रहने वाले दिव्यांगों को कृत्रिम अंगों का वितरण

बिलासपुर। एनटीपीसी सीपत ने अपने नैगम सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत 13 जरूरतमंद दिव्यांगों को कृत्रिम अंगों का वितरण किया।

शुक्रवार को एनटीपीसी अस्पताल में रखे गये इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि मुख्य महाप्रबंधक पद्मकुमार राजशेखरन के हाथों से कृत्रिम अंगों का वितरण किया गया। राजशेखरन ने इस मौके पर कहा कि दिव्यांगता कोई अभिशाप नहीं है, उनमें अपार क्षमता है बस उन्हें सही प्रोत्साहन मिलना चाहिए।  दिव्यांगों के पुनर्वास के लिए अनुभवी तथा पोस्थेसिस व ऑर्थोसेसिस के विशेषज्ञ डॉ. ए के जैना के सहयोग से एक जांच शिविर अस्पताल में रखा गया था। इसमें जांच के बाद 13 लोगों को कृत्रिम अंग वितरित किये गये। कृत्रिम अंगों का निर्माण एनटीपीसी, कोरबा संयंत्र के सहयोग से किया गया है।

कार्यक्रम में मानव संसाधन विभागाध्यक्ष रविशंकर कौल, टाउनशिप अपर महाप्रबंधक ए के चौबे, प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. पूनम तिर्की, दिव्यांग तथा उनके परिजन उपस्थित थे।

 

 

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