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वन माली सृजन पीठ में हुआ कहानी व रचना पाठ, देश भर से ख्यातिनाम रचनाकार जुटे

वनमाली सृजन पीठ में काव्य एवं कहानी पाठ के दौरान उपस्थित साहित्यकार।

विश्व रंग कार्यक्रम के तहत आयोजन

बिलासपुर। विश्व रंग कार्यक्रम के तहत पुस्तक यात्रा के समापन और युवा उत्सव के प्रारंभ के अवसर पर वनमाली सृजन पीठ बिलासपुर में कहानी और कविता पाठ का आयोजन किया गया।  इस अवसर पर देश के कोने कोने से आए रचनाकारों ने अपनी रचना का पाठ किया। इस अवसर पर संख्या में साहित्य प्रेमी और विवि के विभागों के विभाग के अध्यक्ष उपस्थित थे।

कार्यक्रम के पहले चरण में कहानी पाठ का आयोजन  किया गया।  ग्वालियर से आए कहानीकार महेश कटारे ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।  इस अवसर पर साहित्यकार खुर्शीद ने पांच उंगलियां शीर्षक पर अपनी कहानी का पाठ किया। वनमाली सृजन पीठ के अध्यक्ष सतीश जायसवाल ने अन्य पक्ष विषय पर कहानी पाठ किया। नागपुर से आए मनोज रूपड़ा ने ईश्वर का द्वंद विषय पर कहानी का पाठ किया। इसी तरह रायपुर से आई श्रद्धा थवाईत ने मुक्ति और भय विषय पर कहानी सबके के सामने रखी। इसके बाद कैलाश वनवासी ने राहत की बात और गुलवीर सिंह ने मोंगरी विषय पर कहानी पाठ किया।

दूसरे चरण में कविता पाठ किया गया। इसकी अध्यक्षता भोपाल से आए नवल शुक्ला ने की । रचनाकार शरद कोकास ने  प्रेम की कविताएं पड़ी।  भोपाल से ही आई शेफाली पांडे ने पृथ्वी और स्त्री विमर्श विषय पर कविता पाठ किया। दुर्ग से आए कवि नासिर अहमद ने चांद पर अपने 100 संग्रह में से कुछ कविताएं सुनाई जिसे सभी ने सराहा । भोपाल से आए राग तेलंग ने एक दिन की कढ़ी, प्लास्टिक की कुर्सी ,और पेन मानने वाले जैसे अनेक विषयों पर बहुत ही रोचक कविता पाठ किया । कार्यक्रम में रचनाकार राम कुमार तिवारी ने धरती पर जीवन सोया था विषय पर सुंदर कविता लोगों को सुनाई। इस अवसर पर तनवीर हसन ने अपने  शीशाकार और छत्तीसगढ़ के पुटू विषय पर कविताएं सुनाई। आकाशवाणी की उद्घोषक अंतरा चक्रवर्ती ने बेटियां क्या सोचती हैं,  नींद, सोना चाहती हूं सहित कई विषयों पर मार्मिक कविताएं सुनाई। इस अवसर पर दलजीत सिंह ने तलाश रावण की विषय पर कटाक्ष की रचना पाठ किया।  कार्यक्रम में युवा कवि भास्कर मिश्रा ने ओजस्वी कविता से समा बांधा, जिसे सभी ने सराहा। इस अवसर पर प्रदेश के युवा कहानी का और कविताकार बड़ी संख्या में शामिल हुए।  कार्यक्रम में वन माली सृजन पीठ के अध्यक्ष सतीश जायसवाल डॉ सी वी रमन विश्वविद्यालय, दूरस्थ शिक्षा के डायरेक्टर डॉ अरविंद तिवारी, नीरज कश्यप , राकेश मिश्रा, लोकेश सीटें, देवेंद्र यादव सहित विश्वविद्यालय के सभी विभागों के विभाग अध्यक्ष अधिकारी कर्मचारी सहित बड़ी संख्या में साहित्य प्रेमी उपस्थित थे।

संचार क्रांति के युग में पुस्तक पठन की नई शुरुआत- गौरव

इस अवसर पर डॉक्टर सीवी रामन विश्वविद्यालय के कुलसचिव गौरव शुक्ला ने कहा कि संचार क्रांति के युग में आज हर युवा के हाथ में मोबाइल है, और वह उसकी पठनीयता खत्म होती जा रही है। पुस्तकों से युवा लगातार दूर होते जा रहे हैं। ऐसे में हमारी पुस्तक यात्रा एक नई शुरुआत है जिसे हम युवाओं के मन में पुस्तक पढ़ने का बीज बो रहे हैं। ऐसे कार्यक्रम विश्वविद्यालय लगातार करता रहेगा।।

 

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