बिलासपुर। नगर निकाय चुनाव जैसे-जैसे करीब आ रहे हैं कांग्रेस में कलह बढ़ती जा रही है। पार्षद शैलेन्द्र जायवाल को नोटिस जारी करने पर घोर आपत्ति जताते हुए विधायक शैलेष पांडेय ने शहर अध्यक्ष नरेन्द्र बोलर से माफी मांगने के लिए कहा है।

विधायक शैलेष पांडेय को शहर और पार्टी की गतिविधियों से अलग-थलग करने की कोशिश कई मौकों पर देखी गई है। कई बार उन्हें कार्यक्रमों में आमंत्रित नहीं किया जाता, उद्घाटन, शिलान्यास की पट्टिकाओं से नाम हटवा दिया जाता है। पांडेय लगातार इन घटनाओं पर टिप्पणी करने से बचते रहे हैं। उनके समर्थक इसे लेकर अटल बिहारी विश्वविद्यालय दीक्षांत समारोह के मामले में विरोध प्रदर्शन भी कर चुके हैं।  पर इस बार विधायक ने खुद संगठन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।

मामला कांग्रेस पार्षद दल के प्रवक्ता शैलेन्द्र जायसवाल को शहर कांग्रेस अध्यक्ष नरेन्द्र बोलर द्वारा नोटिस जारी किये जाने का है। जायसवाल को पार्टी के खिलाफ जाकर परिसीमन के मामले में बयान देने को पार्टी विरोधी गतिविधि मानते हुए स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया है। इसे लेकर बोलर को विधायक पांडेय ने चिट्ठी लिख डाली है। चिट्ठी में उन्होंने कहा है कि अख़बारों से पता चला है कि आपने पार्षद जायसवाल को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। परिसीमन का विरोध इसका मुख्य कारण बताया गया है। ब्लाक कांग्रेस अध्यक्षों से इसकी शिकायत मिली है, इसका भी जिक्र नोटिस में किया गया है।

पांडेय ने कहा है कि कांग्रेस लोकतंत्र को मानने वाली पार्टी है जहां कार्यकर्ता अपनी बात रख सकता है। जब कार्यकर्ता पर संगठन के कुछ खास लोग अत्याचार और अन्याय करते हैं तो पीड़ित अपनी बात कहां रखेगा?

पांडेय ने कहा कि संगठन कुछ लोगों की निजी जागीर या कठपुतली नहीं जिसे अपने हिसाब से चलाया जाये। एक होटल में बैठक कर पार्षदों और शहर विधायक को सूचना दिये बिना किस आधार पर परिसीमन को मनचाहा अंजाम देने की कोशिश की गई? इसमें कितने लोग शामिल थे, क्या इससे पार्टी की एकता नष्ट नहीं हुई? क्या ये घोर अपराध नहीं है? क्या ये अनुशासनहीनता नहीं है? ये सब आपके सामने होता रहा और आप चुप बैठे थे। आपने कार्रवाई क्यों नहीं की? यदि कोई पार्षद इसमें सुधार के लिए आवाज उठाता है तो क्या संगठन उसका मुंह जबरदस्ती बंद कर देगा? जायसवाल पार्टी के निष्ठावान और समर्पित कार्यकर्ता हैं, जिन्होंने सदैव पार्टी की छवि को अच्छा बनाने के लिए काम किया और विपक्ष की जनविरोधी नीतियों का विरोध किया। नोटिस दुर्भावनापूर्ण और भेदभावपूर्ण है। एक नेक और समर्पित कार्यकर्ता पर अन्याय है। आप एक भले मानुष हैं इसलिये पार्टी की छवि को धूमिल होने से बचाएं, कार्यकर्ताओं के मनोबल को इस तरह के काम से हतोत्साहित न करें और पार्षद जायसवाल से माफी मांगकर न्याय करें।

शहर अध्यक्ष बोलर ने विधायक के इस पत्र को लेकर कहा कि जायसवाल नोटिस का जवाब दें। कोई बात करनी है तो पार्टी के भीतर करें। बातचीत कर मामला सुलझाया जायेगा। मैं पार्टी में निष्पक्षता से काम करता आ रहा हूं आगे भी करूंगा। कांग्रेस भवन में परिसीमन पर बैठक हुई थी, जिसकी सभी को सूचना दी गई थी। होटल में हुई किसी बैठक के बारे में उन्हें जानकारी नहीं है।

 

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