पुलिस की दलील, पुराने आपराधिक मामलों में थी तलाश, छाबरिया ने की थी मंत्री से जान को खतरा होने की शिकायत
मंत्री अमर अग्रवाल के खिलाफ मोर्चा खोलकर बिलासपुर से टिकट की दावेदारी करने वाले पेन्ड्रा के भाजपा नेता पूरन छाबरिया को पुलिस ने सोमवार को दोपहर कलेक्टोरेट परिसर से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के थोड़ी देर पहले ही उन्होंने बिलासपुर से चुनाव लड़ने के लिए नामांकन पत्र खरीदा था। पुलिस का कहना है कि उसके खिलाफ पहले से आपराधिक मामले दर्ज है। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस के पास वारंट था।
पूरन छाबरिया ने बीते 10 अक्टूबर को संगठन मंत्री सौदान सिंह के समक्ष आवेदन देकर बिलासपुर से टिकट की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि बिलासपुर व अरपा नदी की दुर्दशा को देखते हुए वे यहां से चुनाव लड़ना चाहते हैं। इधर भाजपा ने मंत्री और मौजूदा विधायक अमर अग्रवाल को बिलासपुर से टिकट दे दी। बीते 20 अक्टूबर को पूरन छाबरिया के भाई व भतीजे के ग्राम सरखोर स्थित ढाबे में आबकारी विभाग ने छापा मारा था। इसके बाद छाबरिया ने मंत्री अमर अग्रवाल के खिलाफ पेन्ड्रा थाने में जान का खतरा होने की शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में छाबरिया ने लिखा था कि मंत्री अमर अग्रवाल अपने पद का दुरुपयोग कर उनके परिवार को प्रताड़ित कर रहे हैं। पहले भी उनके भाई और भतीजे के होटल व ढाबे में छापा डाला गया और झूठा प्रकरण बनाकर उसे बंद करा दिया। 20 अक्टूबर को आबकारी विभाग के 35-40 लोगों ने दुर्भावनापूर्वक छापा मारा और तीन घंटे तक बेवजह छानबीन की। चुनाव के समय मंत्री अग्रवाल से उन्हें अपनी जान का खतरा महसूस होता है, इसलिए उसे सुरक्षा दी जाए। छाबरिया ने अपनी शिकायत के साथ आबकारी दल की जांच का वीडियो फुटेज भी पुलिस को सौंपा।
सोमवार को दोपहर में पूरन छाबरिया अपने कुछ समर्थकों के साथ कलेक्टोरेट पहुंचे। यहां उन्होंने बिलासपुर से भाजपा के लिए नामांकन पत्र खरीदा। इसी बीच सिविल लाइन थाने की पुलिस ने उन्हें दबोच लिया। उन्हें पुलिस वैन में बिठाकर थाने लाया गया। सिविल लाइन पुलिस ने बताया कि उसके खिलाफ पेन्ड्रा में कुछ आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसे लेकर वारंट भी जारी है। उन्हें कोटा के एसडीओपी अभिषेक सिंह के सुपुर्द किया गया है।
इधर छाबरिया ने कहा कि उनके खिलाफ कोई गंभीर आपराधिक प्रकरण दर्ज नहीं हैं। प्रतिबंधात्मक धारा और शासकीय कार्य में बाधा के आरोप में अपराध दर्ज हैं जो किसी भी राजनीतिक व्यक्ति के खिलाफ लग जाता है। इस गिरफ्तारी को मंत्री अमर अग्रवाल की साजिश बताते हुए छाबरिया ने कहा कि मुझे इस बात की पहले से आशंका थी। मंत्री ने शहर को असामाजिक तत्वों के हवाले कर दिया है।
गिरफ्तारी के पहले नामांकन पत्र खरीदने के बारे में पत्रकारों से चर्चा करते हुए छाबरिया ने कहा कि उन्होंने संगठन के बड़े नेताओं के कहने पर फॉर्म खरीदा है। वे बिलासपुर से भाजपा की टिकट मिलने को लेकर आशान्वित हैं। बी-फॉर्म आने से पहले किसे टिकट मिलेगी, यह नहीं कहा जा सकता।
पूरन छाबरिया पेन्ड्रा मंडल भाजपा के पुराने नेता हैं। वे पिछले तीन दशकों से पार्टी के लिए काम कर रहे हैं। वे मंडल अध्यक्ष, जिला मंत्री, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य जैसे पदों पर काम कर चुके हैं।