बिलासपुर। कोविड-19 के संक्रमणकाल में गुरु घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय का मनोवैज्ञानिक परामर्श केन्द्र छात्र-छात्राओं के मानसिक स्वास्थ्य एवं मनोविज्ञान का नियमित रूप से निरीक्षण कर रहा है। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य विभाग द्वारा मनोवैज्ञानिक परामर्श केन्द्र को ऐसे लोगों की सूची प्रदान की जाती है जिन्हें परामर्श की आवश्यकता है। ऐसे में केन्द्र द्वारा अपनी सेवाओँ का विस्तार करते हुए उन्हें भी परामर्श दिया जा रहा है।

विश्वविद्यालय के मनोवैज्ञानिक परामर्श केन्द्र के सभी सदस्य लॉकडाउन, अनलॉक की अवधि में घर पर रहने वाले छात्र-छात्राओं को मानसिक रूप से तनावमुक्त रखने के लिए टेलीफोन, ईमेल, व्हाट्स एप, वीडियो कॉलिंग आदि के माध्यम से परामर्श दे रहे हैं। विश्वविद्यालय के मनोवैज्ञानिक परामर्श केन्द्र की सेवाएं सभी छात्रों, शिक्षकों एवं कर्मचारियों के लिए सातों दिन चौबीस घंटे उपलब्ध हैं।

विश्वविद्यालय का मनोवैज्ञानिक परामर्श केन्द्र छात्रों एवं शिक्षकों व कर्मचारियों के बेहतर मानसिक स्वास्थ्य एवं जागरुकता के लिए निरंतर प्रेरणात्मक विषय वस्तु प्रसारित करता है ताकि सभी उच्च मनोबल एवं प्रसन्नता के साथ अपने दायित्वों का निर्वाहन कर सकें।

केन्द्रीय विश्वविद्याल कोरोना से लड़ने में कई अहम प्रयास कर रहा है। इसमें भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों- गृह, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, शिक्षा मंत्रालय इसके अलावा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, छत्तीसगढ़ शासन एवं स्थानीय प्रशासन के सभी निर्देशों का पालन सुनिश्चित करना, सामाजिक दूरी बनाये रखने के लिए सभी को जागरुक करना, स्वच्छता एवं वायरस के संक्रमण को दूर करने के लिए हाथों को धोना, पाठन सामग्री के माध्यम से जागरुकता का प्रसार करना, जूम, वेबिनार आदि के माध्यम से ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करना शामिल है। विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. अंजिला गुप्ता के मार्गदर्शन में विश्वविद्यालय का मनोवैज्ञानिक परामर्श केन्द्र अपनी सेवाएं निरंतर दे रहा है।

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