आंतरिक गुणवत्ता एवं आश्वासन प्रकोष्ठ की बैठक

बिलासपुर। गुरु घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय में 26 अगस्त को  आंतरिक गुणवत्ता एवं आश्वासन प्रकोष्ठ की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. आलोक कुमार चक्रवाल ने कहा कि विश्वविद्यालय में उपलब्ध संसाधनों का समुचित उपयोग किया जाना चाहिए। हमारा प्रयास होना चाहिए कि उत्तर-दक्षिण, पूर्व-पश्चिम के राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर के शोधार्थी एवं वैज्ञानिक शोध, अनुसंधान एवं नवाचार के लिये विश्वविद्यालय में उपलब्ध विश्वस्तरीय शोध सुविधाओं के प्रयोग के लिए आएं ताकि विश्वविद्यालय की ख्याति समूचे अकादमिक जगत तक पहुंचे।

कुलपति ने कहा कि हमें ऐसा सिस्टम तैयार करना होगा जिसमें विश्वविद्यालय से जुड़े किसी भी व्यक्ति को किसी भी तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े। हमारा सामूहिक प्रयास हो हम राष्ट्रीय स्तर पर विश्वविद्यालय की छवि अग्रणी उच्च शिक्षण संस्थान की बनायें। विश्वविद्यालय में शोध एवं अनुसंधान का जीवंत माहौल बनाने के साथ ही अन्य गतिविधियों के लिए सभी स्वयं में स्वतंत्रता का अनुभव हो।

इसे पूर्व बैठक के प्रारंभ में निदेशक आईक्यूएसी प्रो. अभय एस. रणदिवे ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए बैठक की कार्यसूची से अवगत कराया। इसके पश्चात पूर्व की बैठक के कार्यवृत्तों की संपुष्टि की गई। इसके पश्चात नैक प्रमाणन से संबंधित बिंदुओं पर चर्चा की गई। इसमें नागरिक घोषणा पत्र का प्रस्तुतिकरण एवं अनुमोदन, वार्षिक गुणवत्ता एवं आश्वासन प्रतिवेदन 2019-2020 का प्रस्तुतिकरण अनुमोदन एवं विश्वविद्यालय की विभिन्न पॉलिसियों के प्रारूप का अनुमोदन शामिल था। बैठक में उपस्थित सदस्यों के द्वारा विभिन्न बिंदुओं पर अपने सकारात्मक सुझाव दिये।

बैठक में कुलसचिव प्रो. शैलेन्द्र कुमार, वित्ताधिकारी प्रो. एस.एस. सिंह, परीक्षा नियंत्रक डॉ. आर.के. शर्मा, समस्त विद्यापीठों के अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक, सह-प्राध्यापक, सहायक प्राध्यापक, संयुक्त कुलसचिव, उप-कुलसचिव एवं अन्य आमंत्रित सदस्य ऑनलाइन माध्यम से उपस्थित रहे।

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