11 अप्रैल की शाम पहुंचेंगे स्वामी निश्चलानंद, तीन दिन रहेंगे शहर में

बिलासपुर। शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती की धर्म सभा 12 अप्रैल को शाम 5 बजे से सीएमडी कॉलेज मैदान में होगी। वे 11 अप्रैल को यहां पहुंच रहे हैं। रेलवे स्टेशन तथा झूलेलाल मंगलम नया बस स्टैंड में उनका स्वागत किया जाएगा। 12 एवं 13 अप्रैल को सुबह 11 बजे से दर्शन संगोष्ठी एवं दीक्षा झूलेलाल मंगलम नया बस स्टैंड मैं होगा। जगतगुरु शंकराचार्य की धर्म सभा में लगभग 10,000 से अधिक श्रद्धालु मौजूद रहेंगे ,कलश यात्रा भी निकलेगी।

आज आयोजन समिति की बैठक इमली पारा कान्यकुब्ज भवन में आयोजित की गई जिसमें पीठ परिषद आदित्य वाहिनी आनंद वाहिनी एवं विभिन्न समाज के लोगों के बीच उनके कार्यक्रम की तैयारी पर चर्चा हुई। 11 अप्रैल को शंकराचार्य शाम 6 बजे लिंक एक्सप्रेस से रेलवे स्टेशन पहुंचेंगे। तत्पश्चात झूलेलाल मंगलम तिफरा नया बस स्टैंड में पीठ पर सदा आदित्य वाहिनी आनंद वाहिनी एवं विभिन्न संगठनों की ओर से उनका स्वागत किया जाएगा।

आज बैठक में विधायक शैलेश पांडे ने बताया कि जगतगुरु शंकराचार्य 11- 12 एवं 13 अप्रैल को यहां रहेंगे। 12 अप्रैल को सीएमडी कॉलेज मैदान में शाम 5 बजे से धर्म सभा होगी। इसमें 10 हजार से अधिक श्रद्धालु शामिल होंगे। के शामिल होने की तैयारी की जा रही है। धर्म सभा के भव्य आयोजन के लिए 15 सौ से अधिक सदस्यों को की आयोजन समिति बनाई गई है।  आयोजन में सभी को जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। विधायक पांडे ने बताया कि 12 एवं 13 अप्रैल को सुबह 11बजे से स्वामी निश्चलानंद झूलेलाल मंगलम भवन में  दीक्षा के साथ-साथ दर्शन एवं संगोष्ठी का आयोजन होगा। कोई भी जगतगुरु शंकराचार्य से यहां दीक्षा ले सकता है। माताएं, बहनें भी इसमें पहुंचेंगीं।

12 अप्रैल को शाम 5 बजे सीएमडी कॉलेज मैदान में धर्म सभा होगी। यहां एक भव्य पंडाल बनाया जा रहा है।  पीठ परिषद् के आदित्य वाहिनी आनंद वाहिनी पीठ परिषद की ओर से विशाल धर्मसभा का आयोजन किया जा रहा है। इसमें शहर एवं ग्रामीण क्षेत्र के आसपास के एवं पूरे जिले से सभी समाज के लोग जगतगुरु से आशीर्वाद लेने पहुंचेगे।

11 अप्रैल को शाम 5 बजे रेलवे स्टेशन में उनका भव्य स्वागत किया जाएगा। वे लिंक एक्सप्रेस से कोरबा से वे बिलासपुर आएंगे तथा 13 अप्रैल को शाम 6 बजे  रीवा एक्सप्रेस से रवाना होंगे। आयोजन समिति की बैठक में सभी समाज के लोगों ने अपने अपने सुझाव दिए हैं।

पीठ परिषद आदित्य वाहिनी एवं आनंद वाहिनी के चंद्रचूड़ त्रिपाठी, ज्योतिंद्र उपाध्याय, राकेश अवस्थी, संदीप पांडे ने भी स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराज की आगमन को लेकर अधिक से अधिक लोगों के शामिल होने की अपील की है।  संदीप पांडे ने बताया कि जगतगुरु शंकराचार्य का लिंक एक्सप्रेस यहां पहुंचने पर शाम 6 बजे रेलवे स्टेशन में उनका स्वागत किया जाएगा। झूलेलाल मंगलम भवन में उनके पहुंचने के बाद शाम 7 बजे से सभी धर्मों की ओर से उनका शिष्यों, महिलाओं द्वारा पुष्प वर्षा की जाएगी।  ब्राह्मण समाज के पी के पांडे अरविंद दीक्षित सभी ने राजनीति से परे हटकर सभी समाज के लोगों को धर्म सभा में शामिल होने की अपील की। राधे भूत ने भी इस आयोजन की सफलता के लिए सभी को जिम्मेदारी देने की बात कही है। आयोजन समिति के प्रफुल्ल शर्मा ने  कहा कि 1998 से लगातार हमें जगतगुरु शंकराचार्य का आशीर्वाद मिल रहा है। 22 को परशुराम जयंती है। हिंदू नव वर्ष एवं हनुमान जयंती के बाद सनातन परंपरा को आगे बढ़ाते हुए मन और  की शुद्धता पर बल दिया जा रहा है। शिवा मिश्रा, विवेक बाजपेयी, राकेश तिवारी ,रोशन अवस्थी, उत्सव शर्मा अखिलेश पांडे अभिषेक पांडे आदि ने धर्म सभा की सफलता के लिए सभी की उपस्थिति एवं भव्य आयोजन की अपील की । आशीष शुक्ला, कृष्ण मोहन पांडे, चंचल सलूजा, भरत कश्यप  व रामा बघेल ने भी बैठक में विचार रखे। आयोजन समिति की बैठक में आज काफी संख्या में महिलाएं भी शामिल हुईं। रितु पांडे ने कहा कि शहर के लिए सौभाग्य की बात है कि निश्चलानंद महाराज के  दर्शन करने का अवसर हमें मिल रहा है। भारती मोदी ने कहा कि धर्म सभा में हम सब को सुरक्षा की दृष्टि से मास्क लगाकर आना चाहिए। डॉ रेखा जग्गा, नंदनी ठाकुर, सपने शुक्ला अखिलेश पांडे ने भी विचार रखे। बैठक में राजीव अवस्थी, महेश शुक्ला, कमलेश दुबे, पिंकू पांडे, पूनम तिवारी , लक्ष्मीकांत ,टिंकू दुबे ,मोती थावरानी धामंनदास, अभिलाष पांडे अभिलाष पांडे, वर्षा अवस्थी, नीरू बिष्ट आदि ने भी विचार रखे। बैठक का संचालन मनोज शुक्ला ने किया तथा  आभार प्रदर्शन रोशन अवस्थी ने किया। आज की बैठक में विधायक शैलेश पांडे ने आयोजन समिति के सदस्यों के साथ चर्चा करते हुए अलग अलग टीम बनाकर धर्म सभा के भव्य आयोजन  की जिम्मेदारी दी। आयोजन समिति में लगभग 15 सौ से अधिक सदस्य अपने अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं। जगद्गुरु शंकराचार्य के साथ आने वाली साधु संतों एवं प्रदेश के अन्य जिलों से आने वाले शिष्यों के रुकने की व्यवस्था भी झूलेलाल मंगलम में की गई है।

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