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आईसेक्ट पीएमकेके नये साल से शुरू होगा प्रशिक्षण का नया सत्र, अब तक 3 हजार का पंजीयन, 1200 को मिला रोजगार

सीवीआरयू परिसर कोटा में स्थापित प्रशिक्षण केन्द्र के छात्र।

कोविड ने सिखाया कौशल की ताकत सबसे बड़ी –गौरव

बिलासपुर। डॉ.सी.वी.रामन् विश्वविद्यालय में स्थापित आईसेक्ट प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्र में प्रशिक्षण और रोजगार के लिए अब तक 3 हजार युवाओं ने पंजीयन कराया है। इनमें से 1200 युवाओं को देश प्रदेश की 104 से अधिक कंपनियों और संस्थानों ने रोजगार प्रदान किया है। नए सत्र का प्रशिक्षण 15 जनवरी से शुरू हो रहा है,  जिसमें युवा बड़ी संख्या में प्रवेश ले रहे हैं।

विवि के कुलसचिव गौरव शुक्ला ने बताया कि कोरोना से हमें सिखाया है कि कौशल ही सबसे बड़ी ताकत है। इस कठिन समय में जब करोड़ों लोगों के रोजगार पर संकट आया है, जिनमें कौशल है, वे इस कठिन समय से लड़ने में सक्षम रहे। उन्होंने बताया कि कोरोना काल के बाद अब नए सत्र में राज्य सरकार की जिला कौशल विकास समिति की अनुशंसा के बाद एनएसडीसी को बैच बनाने भेजा जाएगा। स्वरोजगार के लिए इच्छुक युवाओं को नीस्बड ट्रेंड ट्रेंनर द्वारा ईडीपी के माध्यम से जानकारी भी प्रदान की जा रही है।

इसके साथ जो युवा पहले ही किसी कार्य में पारंगत हैं, लेकिन उनके पास प्रमाण पत्र नहीं है, उनके लिए एनएसडीसी द्वारा तीन दिन का प्रशिक्षण और परीक्षा आयोजित की जाती है। सफल युवा को प्रमाण पत्र प्रदान किया जाता है। इसमें योग्यता 10वीं पास, अनुभव और 18 से 40 साल की उम्र तय की गई है।

आईसेक्ट प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्र के निदेशक राशिद खान ने बताया कि अंचल के दसवीं और बाहरवी पास विद्यार्थियों को निशुल्क प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार की मुख्यधारा तक लाया जा रहा है।  सीवीआरयू के आईसेक्ट प्रधानमंत्री कौशल केंद्र में डाटा इंट्री ऑपरेटर, कम्प्यूटर हार्डवेयर, असिस्टेंट इलेक्ट्रीशियन, ट्रेक्टर ऑपरेटर, के आधुनिक जॉब रोल में भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है। रोजगार के लिए निरंतर समयावधि में कपंनियां केंद्र में आती रहती हैं। कोरोना काल प्रारंभ होने से पहले देश की 12 बड़ी कंपनियों ने प्रधानमंत्री कौशल केंद्र में आकर विद्यार्थियों का चयन किया था।  इस रोजगार मेले में कुल 223 विद्यार्थी शामिल हुए। इनमें से 118 विद्यार्थियों का चयन किया गया। चयनित विद्यार्थी इन कंपिनयों ने अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

युवाओं ने साझा किए अपने अनुभव

प्रशिक्षण के बाद एलएनटी माईक्रो फाईनेंस में चयनित विद्यार्थी घनश्याम यादव ने बताया कि स्नातक होने के बाद उसे रोजगार नहीं मिल रहा था। पीएमकेके के प्रशिक्षण के बाद वह 25 हजार रुपए मासिक वेतन पर कार्य कर रहा है।

पीएमकेके से प्रशिक्षण प्राप्त रवि शर्मा ने बताया कि पढ़ाई के बाद जॉब के लिए हर जगह प्रशिक्षण की मांग हो रही थी। पीएमकेके में प्रशिक्षण के बाद तत्काल जॉब के कई ऑफर आए। अब एक्सिस बैंक में कार्यरत हैं।

पीएमकेके से प्रशिक्षण करने के बाद आईसीआईसीआई बैंक में सेवा दे रहे दिलीप सरल बताते हैं कि आज सिर्फ किसी भी कार्य के लिए अनुभव की जरूरत है, यह व्यवहारिक अनुभव पीएमकेके में सरकार की ओर से निःशुल्क मिल रहा है। इसका लाभ सभी विद्यार्थियों को लेना चाहिए।

मिगसन कौसलम संस्थान में कार्य कर रही अदिति ने बताया कि हर वर्ग और हर स्तर की पढ़ाई के बाद रोजगार तक पहुंचने के लिए पीएमकेके सबसे महत्वपूर्ण रास्ता है। यह युवाओं के लिए रोजगार प्रदान का सुनहरा अवसर है। सभी बातों को सीख कर हम सीधे दक्षता से कार्य कर सकते हैं।

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