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बिलासपुर से हारने वाले अमर को फिर टिकट, जूदेव को जशपुर से लाकर उतारा भाजपा ने

धर्मजीत, प्रबल जूदेव की एंट्री ने विधायक रजनीश की टिकट को खतरे में डाला

बिलासपुर। भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों की दूसरी सूची में पिछला चुनाव हारने वाले अमर अग्रवाल सहित जिले के सभी दिग्गजों को मौका दिया गया है। पूर्व सांसद दिलीप सिंह जूदेव के बेटे प्रबल प्रताप जूदेव को कोटा से तथा जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ से हाल ही में भाजपा में शामिल हुए धर्मजीत सिंह ठाकुर को तखतपुर से मैदान में उतारा गया है। 
बिलासपुर से पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ही ऐसे उम्मीदवार हैं, जो पिछला चुनाव लगातार चार बार की जीत के बाद हार गए थे, उन्हें फिर से मौका मिला है। सन् 2018 में हुई हार को देखते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और विश्व हिंदू परिषद से जुड़े कुछ कार्यकर्ता भाजपा की टिकट यहां से पाने की कोशिश कर रहे थे, पर पार्टी नेतृत्व ने एक बार फिर अग्रवाल पर ही भरोसा जताया है।
अरुण साव, सांसद बिलासपुर।
इसके अलावा बिल्हा से धरमलाल कौशिक, मस्तूरी से डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी और बिलासपुर संसदीय सीट की मुंगेली विधानसभा से पूर्व मंत्री पुन्नू लाल मोहले को फिर से मौका दिया गया है। इनकी टिकट पहले से ही तय मानी जा रही थी। सबसे चौंकाने वाला नाम कोटा विधानसभा क्षेत्र से प्रबल प्रताप जूदेव का है। इस क्षेत्र में उनका कभी संपर्क नहीं रहा। पर पूरे छत्तीसगढ़ में उनका परिवार आदिवासियों के बीच घर वापसी अभियान चलाने के लिए जाना जाता है। इस सीट पर भाजपा को कभी जीत नहीं मिल पाई है।
सन् 2018 में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ की डॉक्टर रेणु जोगी की जीत से पहले तक यह सीट हमेशा कांग्रेस के पास रही। जनसंघ के जमाने से कांग्रेस का मुकाबला स्थानीय और बाहरी प्रत्याशियों के जरिये भारतीय जनता पार्टी ने यहां पर की। पिछली बार स्थानीय उम्मीदवार काशीराम साहू दूसरे नंबर पर थे और कांग्रेस तीसरी पोजीशन पर पहुंच गई थी। एक बार फिर भाजपा ने यहां पर प्रयोग किया है। भाजपा को स्वर्गीय जूदेव की छवि का कोटा और आसपास के विधानसभा क्षेत्र में लाभ मिलने की उम्मीद है। तखतपुर से जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ से हाल ही में भाजपा प्रवेश करने वाले लोरमी के विधायक धर्मजीत सिंह ठाकुर को टिकट दी गई है। उनकी टिकट भाजपा प्रवेश करने के बाद से ही तय मानी जा रही थी। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह की कोशिश से वे भाजपा में टिकट मिलने के आश्वासन पर ही आए। इसकी पृष्ठभूमि मरवाही विधानसभा उपचुनाव के दौरान तैयार हो चुकी थी, जब जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ ने भाजपा प्रत्याशी डॉक्टर गंभीर सिंह का समर्थन कर दिया था। इसमें धर्मजीत सिंह की प्रमुख भूमिका थी। उन्हें जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ से कुछ माह पहले निष्कासित भी कर दिया गया था।
बिलासपुर सीट से प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव, सांसद है। उन्हें लोरमी से टिकट दी गई है। उनका निवास इसी इलाके में है। इसलिए उन्हें अपने क्षेत्र में परिचय के लिए अधिक दौरे नहीं करने होंगे। तखतपुर और लोरमी दोनों ही जगह पर पार्टी की स्थिति मजबूत करने के लिए यह उठापटक की गई है। पिछले चुनाव में तखतपुर, लोरमी दोनों ही सीटों पर भाजपा नहीं आई थी।
बिलासपुर संसदीय सीट से कोटा और तखतपुर को मिलाकर दो ठाकुर प्रत्याशी तय कर दिए गए हैं जिसके चलते बेलतरा के वर्तमान भाजपा विधायक रजनीश सिंह ठाकुर की टिकट खतरे में पड़ गई है। भाजपा की वर्तमान सूची में कोई भी ब्राह्मण प्रत्याशी नहीं है। बेलतरा सीट से ब्राह्मण प्रत्याशी अक्सर जीतते रहे हैं। माना जा रहा है कि भाजपा इस सीट पर आरएसएस से जुड़े इस समाज के किसी भाजपा कार्यकर्ता को अवसर देने जा रही है।
बिलासपुर जिले की सीटों में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच ही है। अब लोग कांग्रेस की सूची के प्रतीक्षा कर रहे हैं, जब तस्वीर कुछ हद तक साफ हो जाएगी।

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