बिलासपुर । दिल्ली जाने वाली लगभग सभी ट्रेनों को एक पखवाड़े के लिए रद्द करने के रेलवे के फैसले पर विरोध जताते हुए शहर के लोगों ने रेल मंत्री का पुतला फूंका और चेतावनी दी कि यदि यह दुर्भावनापूर्ण रवैया जारी रहा तो आगे तेज आंदोलन किया जाएगा।
राघवेंद्र राव सभा भवन के सामने रेलवे संघर्ष समिति के बैनर तले आयोजित सभा में महापौर रामशरण यादव, सुदीप श्रीवास्तव व अन्य वक्ताओं ने कहा कि लगातार आम जनता, मी​डिया और राजनीतिक पार्टियों के द्वारा की जा रही मांगों की उपेक्षा करते हुए और छत्तीसगढ़ के साथ दुर्भावनापूर्वक रवैया अपनाते हुए आज फिर एक बार छत्तीसगढ़ से दिल्ली जाने वाली लगभग सभी ट्रेनों को लम्बे समय तक रद्द कर दिया है। छत्तीसगढ़ संपर्क क्रांति, गोंडवाना और छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस को रद्द करना तुगलकी फैसला है। रेलवे दुर्भावना से छत्तीसगढ़ के लोगों पर अत्याचार कर रहा है।  इसके लिए रेलवे ने झांसी स्टेशन के प्लेटफार्म पर वाशिंग एप्रॉन कार्य का बहाना बनाया है। यदि ऐसा है तो दिल्ली जाने वाली ट्रेनों का झांसी स्टॉपेज अस्थायी रूप से बंद कर उसे आगे निकाला जा सकता है। इस कार्य के लिए ट्रेन रद्द करने की बिलकुल जरूरत नहीं है। इसके अलावा झांसी स्टेशन के स्थान पर इन गाड़ियों को बीना से गुना, ग्वालियर के रास्ते दिल्ली भेजा जा सकता है। छत्तीसगढ़ के लोगों को दिल्ली और उत्तर भारत के लिए इन ट्रेनों का ही सहारा है। ओडिशा या आंध्रप्रदेश से आने वाली उत्कल एक्सप्रेस, हीराकुंड एक्सप्रेस, समता एक्सप्रेस पहले से भरी हुई आती हैं और उनमें जगह नहीं मिलती। समिति ने यह भी सवाल उठाया की रेलवे ने ओडिशा और आंध्रप्रदेश से दिल्ली जाने वाली ट्रेनों को रद्द क्यों नहीं किया और छत्तीसगढ़ के साथ ही अन्याय क्यों किया गया है।
छात्र युवा नागरिक रेलवे संघर्ष समिति ने आम जनता, युवाओं, दैनिक रेल यात्रियाँऔर सामजिक संघठनों का आह्वान किया है कि रेल मंत्रालय को कुम्भकर्णी नींद से जगाने के लिए रेल मंत्री के 100 पुतले जिले भर में जलाएं। समिति ने यह भी चेतावनी दी कि यदि इसके बाद भी स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी पुतले जलाये जाएंगे।

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