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अरपा पर हाईकोर्ट में दाखिल होगा सरकार का जवाब, दो कलेक्टरों की विशेषज्ञों के साथ बैठक

बिलासपुर की अरपा नदी के पुनर्जीवन की योजना पर बैठक।

विभागों को 15 दिन के भीतर दस्तावेज उपलब्ध कराने का निर्देश, बाधाओं पर हुई चर्चा

बिलासपुर। हाईकोर्ट में दायर जनहित याचिका पर प्रशासन को जवाब देना है कि अरपा नदी को पुनर्जीवित करने के लिए उसने क्या योजना बनाई है। बिलासपुर कलेक्टर सौरभ कुमार व गौरेला-पेंड्रा-मरवाही कलेक्टर प्रियंका महोबिया ने इसे लेकर विशेषज्ञों और अधिकारियों के साथ एक बैठक लेकर विचार विमर्श किया। योजना से जुड़े दस्तावेज 15 दिन के भीतर तैयार करने के लिए कहा गया है।

कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में हुई बैठक में जिला पंचायत सीईओ जयश्री जैन, एडीएम आर.ए. कुरुवंशी, नगर निगम आयुक्त कुणाल दुदावत, समिति के सदस्य वरिष्ठ अधिवक्ता सुनील ओटवानी, इकोलॉजिस्ट नीरज तिवारी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

कलेक्टर सौरभ कुमार ने कहा कि अरपा नदी को पुनर्जीवित करने के लिये बनाई जा रही कार्ययोजना का शत प्रतिशत क्रियान्वयन किया जाना है, जिससे अरपा नदी फिर से सदानीरा हो सके। उन्होंने अब तक हुए कार्यों की जानकारी विभागों से ली। बैठक में कार्ययोजना के क्रियान्वयन में आ रही दिक्कतों और इसके समाधान पर विचार किया गया। कलेक्टर ने अरपा रिवाइवल कार्य योजना से जुड़े आवश्यक दस्तावेज 15 दिनों के भीतर उपलब्ध कराने कहा ताकि उच्च न्यायालय को कार्य योजना की प्रगति से अवगत कराया जा सके। कलेक्टर ने अरपा नदी के रिवाइवल के लिए स्वीकृत कार्यों में तेजी लाने को कहा।

इकोलॉजिस्ट नीरज तिवारी ने बताया कि अरपा रिवाइवल प्लान का लगभग 80 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। उन्होंने इससे सम्बंधित दस्तावेज विभागों से प्राप्त करने की बात कही। उन्होंने इस कार्य में आ रही दिक्कतों और शंकाओं से संबंधित विभागों को बिंदुवार अवगत कराया। सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अरपा नदी को जीवंत बनाए रखने के लिए कुल 19 योजनाओं का निर्माण किया गया है। इसी प्रकार अरपा की सहायक नदियों और नालों में 97 सिंचाई योजनाओं का निर्माण किया गया है। इनके निर्मित होने से अरपा नदी का जल स्तर बढ़ा है, साथ ही दोनों तटों के पास स्थित शहरों एवं गांवों में जल स्तर में सुधार आया है। इससे ग्रामवासियों की पेयजल और निस्तारी की समस्या भी दूर हुई है। इसके अलावा अरपा नदी में चार निर्माणाधीन योजनाएं अरपा भैसाझार बैराज, शिव घाट बैराज योजना, पचरी घाट बैराज योजना और अरपा नदी पर कछार के पास डाइक निर्माण का कार्य प्रगति पर है। निर्माणाधीन शिव घाट बैराज एवं पचरी घाट बैराज के बन जाने से शहरी क्षेत्र के भूजल में सुधार आएगा और शहरवासियों को अरपा नदी में बारहों महीने जलभराव का लाभ मिलेगा। वर्ष 2023-24 के बजट में अरपा नदी पर 20 योजनाओं की स्वीकृति का प्रावधान किया गया है। कलेक्टर ने बराज सहित अन्य चल रहे कामों को जल्द पूरा करने के निर्देश दिए।

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