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70 श्रमिकों के लिए न ठहरने की जगह थी न भोजन की व्यवस्था, विधिक सेवा प्राधिकरण ने मदद की

लॉक-डाउन के कारण फंसे मजदूरों को विधिक सेवा प्राधिकरण ने मदद पहुंचाई।

बिलासपुर। बिलासपुर के एक निजी कंस्ट्रक्शन साईट में लाक डाउन के बाद से फंसे श्रमिकों की जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने सुध ली। प्राधिकरण के निर्देश पर प्रशासन ने सभी 70 श्रमिकों के ठहरने व् भोजन व इलाज की व्यवस्था की है।

राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण को यह जानकारी मिली कि मंगला महर्षि स्कूल के पास एक निजी कंस्ट्रक्शन साईट में 70 मजदूर फंसे हैं। इनके ठहरने की कोई व्यवस्था नहीँ है। खाने का सामान भी नहीं है। लॉक-डाउन के कारण कहीं आना-जाना भी संभव नहीं हो रहा है।  इनके साथ एक बच्ची भी है जो बीमार है। बच्ची के बीमार होने की जानकारी मालिक को दी गई। मालिक ने उसे निजी डॉक्टर के पास भेजा। सभी मजदूर लोरमी, तखतपुर क्षेत्र के रहने वाले है। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष एन डी तिगाला ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सर्विलांस अधिकारी व सिविल लाइन टीआई को निर्देश दिया। इसके बाद अधिकारी ने मौके पर पहुंच कर सभी श्रमिकों का नाम पता दर्ज किया और उनके ठहरने, खाना व बीमार बच्ची के उपचार की व्यवस्था की गई।

विधिक सेवा प्राधिकरण की हेल्पलाइन नंबर 15100 पर लगातार देश-प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर फंसे मजदूरों को मदद करने की सूचना आ रही है। प्राधिकरण की ओर से इन्हें मदद भी पहुंचाई जा रही है। इसी क्रम में शहडोल के जयसिंह नगर थाना क्षेत्र के पथरिया टोला ग्राम की निवासी सिया बाई सोनी की बेटी ने हेल्पलाइन नंबर पर फोन करके बताया कि बच्चे और मां घर पर अकेले हैं और उनके पास खाने के लिए कुछ नहीं है। शहडोल विधिक सेवा प्राधिकरण के माध्यम से उन्हें राशन भेजकर सहायता पहुंचाई गई।

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