बिलासपुर। डॉ सी वी रामन विश्वविद्यालय में चार दिवसीय रामन लोककला महोत्सव-2020 आज से शुरू होगा। 28 फरवरी से दो मार्च तक चार दिनों में प्रदेश भर के छत्तीसगढ़ी लोक कला और संस्कृति के कलाकार अपनी प्रस्तुति देकर छत्तीसगढ़ी संस्कृति की छटा बिखेरेंगें। शाम 6 बजे स्वास्थ्य मंत्री टी.एस.सिंहदेव इसका उद्घाटन करेंगे। कार्यक्रम में सांसद अरुण साव, विधायक शैलेष पांडेय व कुलाधिपति संतोष चौबे भी उपस्थित रहेंगे।
28 व 29 फरवरी को रायगढ़ कथक पर आधारित राष्ट्रीय संगोष्ठी होगी। अंतिम दिन 2 मार्च को विश्वविद्यालय में वार्षिक उत्सव होगा। इसमें विश्वविद्यालय के विद्यार्थी अपनी प्रस्तुति देंगे। चार दिवसीय लोककला महोत्सव में रायगढ़ घराने के कथक पर आधारित राष्ट्रीय संगोष्ठी में दिल्ली, मुंबई, जयपुर , इंदौर, जबलपुर ,रायगढ़ ,सहित देश के कई राज्यों के विख्यात कलाकार शिरकत करेंगे।
28 फरवरी को अलबेला रायगढ़ की प्रस्तुति डॉ. मानव महंत , छत्तीसगढ़ी फोक बैंड 5 मितान खैरागढ़, लोरिक चंदा रामाधार साहू कंचादूर दुर्ग, राउत नाच सीवीआरयू, रष्नी वर्मा पंडवानी, टैगोर विश्व कला एवं संस्कृति केंद्र द्वारा समूह नृत्य प्रस्तुत किया जाएगा।
29 फरवरी को भिलाई का ढोला मारू, नवारंग समूह का छत्तीसगढ़ी लोकगीत, टैगोर विश्व कला एवं संस्कृति केंद्र का गेड़ी, करमा नृत्य। मनबोध सिंहष्ष्याम का सुआ,कर्मा और ददरिया भैसाझार, एनएसएस गु्रप का छत्तीसगढ़ी नाटक, जसगीत और छत्तीसगढ़ी अनुजष्षर्मा नाइट की प्रस्तुति होगी। एक मार्च को भिलाई की अमृता बारले भरथरी , पंथी नृत्य मुंगेली, बांस गीत, टैगोर विश्वकला संस्कृति केंद्र का समूह नृत्य, फाग गीत ग्राम बीजा और लोक कला मंच के कार्यक्रम होंगे। इसके बाद दो मार्च के वार्षिक उत्सव में विद्यार्थी अपनी प्रस्तुति देंगे।
यहां पर मेले में कला संस्कृति में साथ सरकारी व गैर सरकारी स्टॉल भी लगाए जाएंगे। जिसमें कि युवाओं को संस्कृति से परिचित कराने और रोजगार से जोड़ने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इस दौरान जिला प्रशासन और अन्य निजी क्षेत्र में स्टाल बड़ी संख्या में लगाए जाएंगे।