मुख्यमंत्री से वार्ता विफल, राजस्थान की तरह वेतन और चार पदोन्नति की मांग

मुख्यमंत्री से वार्ता विफल होने के बाद छत्तीसगढ़ के तृतीय वर्ग कर्मचारियों ने कल 7 दिसंबर से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने की घोषणा की है। गौरतलब है कि पूरे प्रदेश में इस समय विधानसभा चुनाव की तैयारी चल रही है और कर्मचारियों को निर्वाचन प्रक्रिया का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।

छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के प्रांतीय महामंत्री रोहित तिवारी ने आज प्रेस क्लब में पत्रकारों को बताया कि संघ के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से सौजन्य भेंट की थी। इसमें लिपिक वेतन विसंगति को दूर करने एवं चार स्तरीय पदोन्नति वेतनमान देने की मांग को रखा था। उन्हें कल होने वाले आंदोलन की सूचना भी दी गई थी। इसके बाद भी मुख्यमंत्री द्वारा किसी प्रकार का सकारात्मक पहल का आश्वासन नहीं मिलने से लिपिकों को घोर निराशा हुई। इसके चलते संघ ने अनिश्चितकालीन आंदोलन में जाने का निर्णय लिया है।

तिवारी ने बताया कि प्रदेश भर के लिपिक ग्रेड परिवर्तन हेतु संघर्षरत हैं। 1980-2400 पे ग्रेड पर करते हुए राजस्थान के अनुरूप करने की मांग की गई है। इसमें चार चरणों का क्रमोन्नति भी शामिल है। बिलासपुर में कल मुंगेली नाका स्थित मैदान पर तृतीय वर्ग कर्मचारी धरने पर बैठेंगे। कर्मचारी हड़ताल से चुनाव की तैयारी पर असर पड़ने की आशंका है।

तृतीय वर्ग कर्मचारी नेता रोहित तिवारी, सुनील यादव, हेमंत बघेल, प्रदीप शर्मा, प्रकाश कश्यप आदि ने जिले के तृतीय वर्ग कर्मचारियों से अवकाश लेने का आह्वान किया है।

 

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