नई दिल्ली, 3 जुलाई। प्रवर्तन निदेशालय ने फ्रीलांस पत्रकार राजीव शर्मा को मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों के तहत गिरफ्तार किया है. कहा जा रहा है कि राजीव चीन के लिए जासूसी कर रहा था, और काफी सारी संवेदनशील जानकारी चीन तक पहुंचा रहा था. ईडी ने 1 जुलाई को राजीव शर्मा को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया और 7 दिन की पूछताछ के लिए रिमांड ली.

राजीश शर्मा को इससे पहले दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने सितंबर 2020 में गिरफ्तार किया था, और उसके खिलाफ चार्जशीट भी दाखिल की थी. फिलहाल राजीव शर्मा जमानत पर बाहर था. दिल्ली पुलिस की इसी चार्जशीट पर कार्रवाई करते हुए ED ने मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था. मामले की जांच के बाद पता चला कि राजीव शर्मा पैसों के बदले काफी अहम जानकारी चीन के जासूसों तक पहुंचा रहा था. इस जानकारी में काफी सारी जानकारी देश की सुरक्षा से जुड़ी हुई थी.

इसके बदले में जो पैसे राजीव शर्मा को दिए जा रहे थे वो हवाला और शेल कंपनियों के जरिए दिए जा रहे थे, जो दिल्ली के महिपालपुर इलाके में चीन और नेपाल के लोग चला रहे थे. ये शेल कंपनियां चीन के नागरिक झांग चेंग उर्फ सूरज, झांग लिक्सिया उर्फ उषा, क्विंग शिओ नेपाल के एक नागरिक शेर सिंह उर्फ राज वोहरा के साथ मिलकर चला रहे थे. इसी शेल कंपनी के जरिए हवाला का कारोबार किया जा रहा था, और देश में काम कर रही चीन की कंपनियां हवाला के जरिए पैसों को भारत से चीन पहुंचा रही थी. साथ ही राजीव शर्मा को जासूसी के बदले पैसे दे रही थी. राजीव शर्मा जासूसी के बदले मिलने वाले इन पैसों को अपने बेनामी खाते में जमा कर रहा था ताकी किसी को इस बात का शक भी ना हो.

 

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