कांग्रेस के आंदोलन की तैयारी के बीच रेलवे की सफाई

बिलासपुर। ट्रेनों की लेट-तलीफी और रद्द करने से हो रही परेशानी को देखते हुए कांग्रेस ने आज से चरणबद्ध आंदोलन शुरू किया है। इसके तहत 13 सितंबर को हर जिले में रेल रोको आंदोलन चलाने का निर्णय भी लिया गया है। इस बीच  दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की ओर से कहा गया है कि सभी यात्री गाड़ियों का नियमित परिचालन अपने निर्धारित समयानुसार किया जा रहा है। ट्रेनों की लेटलतीफी पर रेलवे ने कोई आंकड़ा नहीं दिया है।
रेलवे ने आंकड़े दिए हैं कि कोरोनाकाल के दौरान बंद किए गए सभी ट्रेनों का परिचालन शुरू कर दिया गया है। इसके साथ ही अब तक विभिन्न स्टेशनों में अलग-अलग ट्रेनों के 53 ठहराव दिये गए हैं।  छोटे-छोटे स्टेशन भी शामिल है । रेल यात्रियों को अधिकाधिक कनफर्म सीट उपलब्ध कराने के लिए गत वित्तीय वर्ष 2022-23 एवं इस वर्ष के अप्रैल माह से अब तक 78 स्थायी रूप से तथा साथ ही भीड़भाड़, त्योहारों एवं छुट्टियों में 2550 अस्थायी अतिरिक्त कोच लगाए गए ।
रेलवे ने कहा कि दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में प्रतिदिन औसत 247 मेल, एक्सप्रेस व पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन किया जाता है । इन 6 महीनों में 35 दिनों के कार्य के दौरान कुल 28 ट्रेनों को कैंसिल किया गया, जो कि प्रतिदिन चलने वाली गाड़ियों का माज एक प्रतिशत से भी कम है । अभी हाल ही में सक्ती यार्ड में किए जा रहे कार्य के दौरान रद्द किए गए 7 ट्रेनों को रक्षाबंधन पर्व को देखते हुए रेलवे ने पुनः परिचालित किया।
रेलवे ने कहा कि उस पर दिन प्रतिदिन यात्री एवं माल यातायात का दबाव बढ़ रहा है। आने वाले दिनों में बढ़ने वाली रेल ट्रैफिक की मांग व जरूरतों को ध्यान में रखकर दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में वृहद स्तर बुनियादी संरचना और क्षमता वृद्धि के कार्य निरंतर किए जा रहे है, जिसका लाभ आने वाले दिनों में इस क्षेत्र को मिलेगा।  तेजी से नई रेल लाइन, दोहरीकरण, तिहरीकरण एवं चौथी लाइन के कार्य किए जा रहे हैं। इन निर्माण कार्यों में केवल नॉन-इंटरलाकिंग कार्य के ही दौरान आवश्यकता होने पर ही कुछ ट्रेनों का परिचालन रद्द, मार्ग परिवर्तित या पुनर्निर्धारित कर कार्य को पूर्ण किया जाता है ।
रेलवे के अनुसार  2023-24 में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में रेल विकास कार्यों (नॉन-इंटरलाकिंग) के दौरान अप्रैल माह में दुर्ग-भिलाई एवं एच केबिन,  स्टेशनों में कुल 6 दिनों के कार्य में प्रतिदिन चलने वाली औसत ट्रेनों में से केवल 0.06 प्रतिशत ट्रेनों को कैंसिल किया गया। इसी प्रकार मई माह में रायपुर एवं आरवीएच स्टेशनों के मध्य 2 दिनों के कार्य में प्रतिदिन चलने वाली औसत ट्रेनों में से केवल 0.23 प्रतिशत, जून माह में झारीडीह स्टेशन यार्ड में  2 दिनों के कार्य में प्रतिदिन चलने वाली औसत ट्रेनों में से केवल 0.09 प्रतिशत, जुलाई माह में नैला, गुदमा एवं कांप्टी स्टेशनों में 10 दिनों के कार्य में प्रतिदिन चलने वाली औसत ट्रेनों में से केवल 0.47 प्रतिशत, अगस्त माह में सक्ती एवं जी केबिन स्टेशनों में 6 दिनों के कार्य में प्रतिदिन चलने वाली औसत ट्रेनों में से केवल 0.49 प्रतिशत, सितंबर माह में बधवावारा व कुम्हारी एवं भिलाई स्टेशनों में 9 दिनों के कार्य में केवल 2.23 प्रतिशत ट्रेनों को रद्द किया गया।

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